Bduegt 2023: केंद्रीय बजट (Union Budget) जब भी आना होता है तो इस बात पर सबसे ज्यादा फोकस रहता है कि सरकार देश के बही-खाते में क्या लेकर आ रही है. इस बार का फाइनेंशियल लेखा-जोखा कैसा रहेगा, आम आदमी को क्या मिलेगा, वगैरह-वगैरह. लेकिन क्या आपने ये सोचा है कि सरकार का बजट एक आम आदमी के लिए कितना जरूरी होता है? हम और आप पर इसका सीधा असर कैसे पड़ता है? जरूर सोचा होगा. सीधी सी बात है कि बजट में सरकार ऐसी नई नीतियां और घोषणाएं लेकर आती है, जो हमें कहीं न कहीं प्रभावित करती हैं.

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आम आदमी के लिए भी बजट उतना ही जरूरी होता है, जितना देश की सरकार के लिए. जैसे किसी भी परिवार का बजट बनाया जाता है, जिससे उनके घर खर्च का पता चल सके. ऐसे ही देश का बजट बनता है. देश के बजट से ही घर का बजट तय करने में भी मदद मिलती है. हर साल पेश होने वाले बजट में सरकार उन हिस्सों पर खास फोकस करती है, जहां से रोजगार और अर्थव्यवस्था को रफ्तार देने में मदद मिल सकती है. ऐसे सेक्टर्स के लिए आवंटन होता है. 

बजट बनाने का सबसे अहम मकसद ये होता है कि आवंटित होने वाला पैसा वहां तक पहुंचे जहां उसकी सबसे ज्यादा जरूरत है. आम आदमी के लिए कल्याणकारी योजनाएं शामिल होती हैं. साथ ही बजट में इनकम टैक्स या पर्सनल टैक्स का प्रावधान होता है. इससे पता चतला है पब्लिक को टैक्स के मोर्चे पर कहां राहत मिली या कहां बोझ बढ़ा है.

आर्थिक असमानता दूर करने में मदद करता है बजट

आर्थिक असमानता को किसी भी अर्थव्यवस्था के लिए बहुत चिंताजनक बात है, ऐसे में बजट ही सरकार के पास ऐसा मौका होता है कि वो पूरे देश के सर्वांगीण विकास के लिए ऐसी नीतियां लेकर आए. सरकार इस तरह के खतरों को कल्याणकारी आर्थिक नीतियों के जरिए खत्म कर सकती है. बजट के जरिए देश के कमजोर तबकों को सहारा दिया जाता है.

बजट बनाते हुए सरकार कमजोर क्षेत्रों की पहचान करती है. इससे संसाधनों के आवंटन में मदद मिलती है. बजट बनाने का यह बुनियादी कारण है. इससे सरकार यह तय कर पाती है कि किस क्षेत्र में कैसी नीतियों की जरूरत है. इससे एक आम आदमी को इसका सीधा लाभ मिलता है.

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