Budget 2023: देश का आम बजट 1 फरवरी को पेश होगा. वित्त मंत्री इसे संसद में पेश करेंगी. मंदी की आशंका से जूझ रहे वैश्विक अर्थव्यवस्था के बीच इस बजट पर सबकी निगाहें है. आम से लेकर खास, बड़ी इंडस्ट्री हो या छोटे-मझोले कारोबारी सभी को बजट से काफी सारी उम्मीदें हैं. सरकार के सामने भी इस बार कई चुनौतियां है कि कैसे उम्मीदें पर खरे उतरे.क्योंकि इनकम कम और खर्च ज्यादा रहने की आशंका है. ऐसे में यहां जानना जरूरी है कि आखिर देश की कमाई कैसे होती है?

कहां से होती है देश की कमाई?

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FY22 के बजट डॉक्युमेंट के आधार पर भारत की 1 रुपए की कमाई में बड़ा हिस्सा उधार और अन्य देनदारी से होती है. उसके बाद GST, कॉरपोरेट टैक्स और इनकम टैक्स से होती है. अब अगर हम उदाहरण के तौर पर देश की कमाई 1 रुपए मान लें तो....

कमाई का जरिए                      ₹1 में हिस्सा

उधार और अन्य देनदारी            35 पैसे

गुड्स एंड सर्विस टैक्स              16 पैसे

कॉरपोरेट टैक्स                         15 पैसे 

इनकम टैक्स                            15 पैसे 

यूनियन एक्साइज ड्यूटी             7 पैसे

कस्टम                                     5 पैसे

नॉन-टैक्स रेवेन्यू                        5 पैसे

नॉन-डेट कैपिटल रिसीट            2 पैसे

फिस्कल डेफिसिट क्या होता है?

मौजूदा वित्त वर्ष (FY23) के लिए सरकार का कुल बजट 3944157 करोड़ रुपए का अनुमान है. इसी में से सरकार जरूरतों के लिहाज से बजट अलोकेट करेगी. लेकिन अगर किसी वजह से अलोकेशन की रकम अनुमानित रकम से ज्यादा हो गई. तब ऐसी स्थिति में सरकार लोन लेती है. तय बजट और उससे ज्यादा होने वाले खर्च को फिस्कल डेफिसिट कहते हैं. 

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