Budget 2023: केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बुधवार को संसद में देश का बजट पेश किया. बजट 2023-24 में सरकार ने एनर्जी पर खास फोकस करते हुए कई बड़े ऐलान किए हैं. सरकार ने बजट में एनर्जी के लिए बड़ी रकम आवंटिन करने की घोषणा की है. इनमें एनर्जी ट्रांजिशन के लिए 35,000 करोड़ रुपये, रिन्युएबल एनर्जी (Renewable Energy) के लिए 20,700 करोड़ रुपये का आवंटन किया गया है. इसके अलावा ग्रीन हाइड्रोजन मिशन के लिए भी 19,700 करोड़ रुपये का प्रावधान है. यानी, एनर्जी से जुड़े 3 अलग-अलग प्रोग्राम के तहत कुल 75,400 करोड़ रुपये के आवंटन की घोषणा की गई है.

एनर्जी ट्रांजिशन

COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

बजट में पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय द्वारा ऊर्जा-परिवर्तन और निवल-शून्य उद्देश्यों और ऊर्जा सुरक्षा की दिशा में प्राथमिकता प्राप्त पूंजीगत निवेशों के लिए 35 हजार करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है.

रीन्यूएबल एनर्जी इवैक्यूएशन

लद्दाख से 13 गीगावाट नवीकरणीय ऊर्जा के निष्क्रमण और ग्रिड एकीकरण के लिए अंतर-राज्यीय पारेषण प्रणाली 20,700 करोड़ के निवेश के साथ निर्मित की जाएगी, जिसमें 8300 करोड़ की केंद्रीय सहायता शामिल है.

ग्रीन हाइड्रोजन मिशन

हाल ही में 19700 करोड़ रुपये के आउटले के साथ शुरू किए गए राष्ट्रीय हरित हाइड्रोजन मिशन की मदद से अर्थव्यवस्था को निम्न कार्बन सघनता वाली स्थित में ले जाने, जीवाश्य ईंधन के आयातों पर निर्भरता को कम करने से भारत को इस उभरते हुए क्षेत्र में टेक्नोलॉजी और मार्केट में टॉप पर ले जाने के लिए रास्ते खुलेंगे. सरकार साल 2030 तक 5 एमएमटी के सालाना उत्पादन का लक्ष्य लेकर चल रही है.

देश के विकास में बड़ी भूमिका निभाएगा ग्रीन ग्रोथ

सरकार ग्रीन ग्रोथ को ध्यान में रखकर कई प्रोग्राम को इम्प्लीमेंट कर रही है. देश के अलग-अलग इकोनॉमिक सेक्टर में एनर्जी के बेहतर इस्तेमाल के लिए ग्रीन फ्यूल, ग्रीन एनर्जी, ग्रीन फार्मिंग, ग्रीन मॉबिलिटी, ग्रीन बिल्डिंग, ग्रीन इक्विपमेंट के लिए कई प्रोग्राम इम्प्लीमेंट किए जा रहे हैं. ग्रीन ग्रोथ की दिशा में उठाए जा रहे इन कदमों से इकोनॉमी के कार्बन इंटेंसिटी को कम करने में मदद मिलेगी और इसके साथ ही ग्रीन जॉब के मौके मिलेंगे.