बजट में मार्केट लीडर्स की भी कई तरह की मांगें हैं जिस पर काम किए जाने से उनको मदद तो मिलेगी, देश की अर्थव्यवस्था को भी इसका फायदा पहुंचेगा. मार्केट लीडर में शुमार टाटा स्टील के प्रबंध निदेशक टी. वी. नरेंद्रन ने जी बिजनेस से खास बातचीत में कहा कि एक इकोनॉमी के रूप में भारत के लिए राजकोषीय घाटा फिलहाल काफी महत्वपूर्ण है. हम काफी सौभाग्यशाली हैं कि अभी महंगाई थोड़ा कम है, इसलिए कुछ राहत और मौके अभी हैं. अगर हम अर्थव्यवस्था को देखें तो निश्चित तौर पर इसके लिए ग्रोथ पर हमें फोकस करना चाहिए.

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उनका कहना है कि ग्रोथ होगा तो रेवेन्यू में भी बढ़ोतरी होगी. साथ ही हमें एक्सपेंडिचर साइड को भी देखना होगा कि कैसे हम इसे प्राथमिकता दे सकते हैं. कल इकोनॉमिक सर्वे में भी एक बात आई कि सरकार की भी कई सारी एसेट्स हैं जिसे मोनेटाइज किया जा सकता है. हमें इस पर ध्यान देना होगा कि कैसे हम रेवेन्यू जेनरेशन में और संसाधनों को शामिल कर सकते हैं, जिससे राजकोषीय घाटे से हम निपट सकें.

करीब पिछले एक साल से अर्थव्यवस्था में स्लो डाउन और डिमांड में आई गिरावट से उबरने के लिए सरकार की तरफ से क्या कदम उठाए जाने चाहिए? इस सवाल पर नरेंद्रन ने कहा कि सबसे महत्वपूर्ण है इन्फ्रास्ट्रक्चर एक्सपेंडीचर. उनका कहना है कि इन्फ्रास्ट्रक्चर एक्सपेंडीचर से कंस्ट्रक्शंस का काम तेज होता है. हालांकि सरकार ने इन्फ्रास्ट्रक्चर पर खर्च कर रही थी, लेकिन नरेंद्रन का कहना है कि खर्च तो हो रहा था लेकिन इसमें अभी कुछ समय से कमी आई है.