किसानों के लिए खुशखबरी! खराब मौसम के बावजूद पंजाब में 120 लाख मीट्रिक टन से ज्यादा हो सकती है गेहूं की खरीद
Wheat Procurement: इस साल मार्च और अप्रैल में बेमौसम बारिश, ओलावृष्टि और तेज हवाओं के कारण पंजाब के फाजिल्का, मुक्तसर, मोगा और पटियाला जिलों समेत कई स्थानों पर गेहूं और अन्य फसलों को भारी नुकसान हुआ है.
अब तक 60.86 लाख मीट्रिक टन फसल की आवक हुई. (Image- Pixabay)
अब तक 60.86 लाख मीट्रिक टन फसल की आवक हुई. (Image- Pixabay)
Wheat Procurement: पंजाब में मौजूदा रबी सत्र (Rabi Season) में गेहूं की खरीद खराब मौसम में फसल की बर्बादी के बावजूद इस साल बढ़कर 1.20 करोड़ टन रहने की उम्मीद है. पंजाब खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि राज्य की मंडियों में फसल की आवक को देखते हुए पंजाब में 1.20 करोड़ टन गेहूं खरीद होने की उम्मीद है. पिछले साल गेहूं खरीद 96.47 लाख टन रही थी.
पिछले सत्र में मार्च के दौरान अचानक गर्मी बढ़ने के कारण फसल पर मौसम का विपरीत प्रभाव पड़ा था. इस साल मार्च और अप्रैल में बेमौसम बारिश, ओलावृष्टि और तेज हवाओं के कारण पंजाब के फाजिल्का, मुक्तसर, मोगा और पटियाला जिलों समेत कई स्थानों पर गेहूं और अन्य फसलों को भारी नुकसान हुआ है.
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खराब मौसम से 14 लाख हेक्टेयर फसल प्रभावित
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खराब मौसम से राज्य में कुल 34.90 लाख हेक्टेयर फसल में से लगभग 14 लाख हेक्टेयर फसल प्रभावित हुई है. हालांकि, फसल कटाई प्रयोगों के दौरान राज्य के कृषि विभाग ने 47.24 क्विंटल प्रति हेक्टेयर या 19 क्विंटल प्रति एकड़ की औसत उपज का अनुमान लगाया है. इसके परिणामों से विभाग को उम्मीद है कि गेहूं का उत्पादन 160-165 लाख टन रहेगा.
पंजाब कृषि विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, 19 क्विंटल प्रति एकड़ उपज पूरे पंजाब का लंबे समय का औसत है. इसलिए, कुल उपज नुकसान उतना नहीं होने वाला है जितना हम पहले उम्मीद कर रहे थे. अधिकारी ने आगे कहा, हालांकि, कुछ जिलों के कुछ क्षेत्रों में उपज का नुकसान होगा. पंजाब ने 2021 में 48 क्विंटल प्रति हेक्टेयर और 2022 में लगभग 44 क्विंटल प्रति हेक्टेयर की कुल उपज देखी थी.
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किसानों को दी गई बड़ी छूट
खराब मौसम की स्थिति के कारण, किसानों ने सूखे और टूटे अनाज और चमक खोने की शिकायत की. इसने पंजाब सरकार को केंद्र से गेहूं खरीद के मानदंडों में ढील देने के लिए प्रेरित किया. केंद्र द्वारा समान विनिर्देशों के तहत सूखे और टूटे हुए अनाज की सीमा में 18% तक की छूट दी गई थी.
फसल नुकसान के मुआवजे में 25% की बढ़ोतरी
राज्य सरकार ने फसल नुकसान के मुआवजे में भी 25% की बढ़ोतरी की है. 34.90 लाख हेक्टेयर के कुल गेहूं क्षेत्र का लगभग 65% अभी तक रबी विपणन सीजन में किसानों द्वारा काटा जा चुका है.
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अब तक 60.86 लाख मीट्रिक टन फसल की आवक हुई
खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग के अधिकारी के अनुसार राज्य में अब तक 60.86 लाख मीट्रिक टन फसल की आवक हो चुकी है. इसमें से 54.91 लाख मीट्रिक टन सरकारी एजेंसियों और 2.50 लाख मीट्रिक टन निजी व्यापारियों द्वारा खरीदा गया है. अधिकारी ने कहा कि मंडियों में प्रतिदिन करीब 6 लाख मीट्रिक टन गेहूं की आवक हो रही है. हालांकि, खराब मौसम की वजह से फसल की कटाई में देरी हुई है, इसलिए फसल की आवक अप्रैल से आगे बढ़ सकती है.
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