Toor, Masoor Dal Import free: केंद्र सरकार ने दाल की बढ़ती कीमतों को नियंत्रित करने के लिए कई कदम उठाए थे. दाल की सप्लाई बढ़ाने के लिए मोदी सरकार ने तूर (Tur Dal) और उड़द दाल (Urad Dal) पर स्टॉक लिमिट (Stock Limit) को बढ़ाया था. अब सरकार द्वारा फ्री इंपोर्ट पॉलिसी (Free Import Policy) 31 मार्च, 2025 तक बढ़ा दी है. गुरुवार को विदेश व्यापार महानिदेशक की ओर से इस आदेश को जारी किया गया है. गौरतलब है कि अक्टूबर 2021 से प्रभावी यह छूट पहले 31 मार्च 2024 तक थी. 

Toor, Masoor Dal Import Free: नवंबर में 8.7 फीसदी हो गई थी महंगाई दर, दाल की कीमतों में 20 फीसदी बढ़ोतरी   

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सरकार द्वारा यह घोषणा मसूर दाल के लिए आयात शुल्क छूट को एक साल बढ़ाकर मार्च 2025 तक करने के सरकार के हालिया फैसले के ठीक बाद आई है. फ्री इंपोर्ट पॉलिसी बढ़ाने की अधिसूचना ऐसे समय में आई है जब देश महंगाई से जूझ रहा है. खुदरा महंगाई दर अक्टूबर में 6.61 प्रतिशत से बढ़कर नवंबर में 8.7 प्रतिशत हो गई है. सांख्यिकी मंत्रालय से उपलब्ध आंकड़ों के मुताबिक, नवंबर में दालों की कीमतों में 20 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है.

Toor, Masoor Dal Import Free: तुअर और उड़द दालों की स्टॉक सीमा की बढ़ी अवधि  

सरकार ने  इससे पहले तुअर और उड़द दालों के संबंध में आवश्यक वस्तु अधिनियम, 1955 के तहत मौजूदा स्टॉक सीमा की समय अवधि 30 अक्टूबर से बढ़ाकर 31 दिसंबर तक कर दी थी. कुछ स्टॉकहोल्डिंग संस्थाओं के लिए स्टॉक होल्डिंग सीमा को भी संशोधित किया था. ऐसा जमाखोरी को रोकने और यह सुनिश्चित करने के लिए किया गया था कि तुअर और उड़द दोलों की पर्याप्त मात्रा बाजारों तक पहुंचे. सरकार ने थोक व्यापारियों को अब प्रत्येक दाल का 200MT स्टॉक रखने की इजाजत दी थी. 

सरकार द्वारा जारी आदेश के मुताबिक बिग चेन रीटेलर प्रत्येक आउटलेट पर 5MT और वेयर हाउस में 200MT रख सकते हैं. मिलर पिछले 3 महीने के उत्पादन का या वार्षिक क्षमता का 25% रख पाएंगे. इंपोर्टर दोनों दालों का स्टॉक कस्टम क्लीयरेंस के 60 दिनों तक रख सकेंगे. खुदरा विक्रेताओं को दोनों दालों का 5MT स्टॉक रखने की इजाजत होगी.