Jaggery: देश में सदियों से गुड़ (Jaggery) बनाया जा रहा है. देश के कई राज्‍यों में गन्‍ने की खेती होती है. वहां गुड़ भी बनाया जाता है. सेहत के प्रति बढ़ती जागरूकता की वजह से बाजार में गुड़ (Gur) की मांग बढ़ी है. उत्तर प्रदेश में भी गन्ने की खेती होती है. गुड़ की मांग को देखते हुए यूपी के मुजफ्फरनगर जिले के चंदपुर गांव के रहने वाले सोहन वीर की किस्मत गुड़ के कारोबार (Jaggery Business) ने बदल दी. उन्होंने गुड़ बेचकर एक साल में 20 लाख रुपये कमा लिया. आइए जानते हैं उनकी सफलता की कहानी.

60 दिन की ट्रेनिंग ने बना दिया 'बिजनेसमैन'

COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

सोहन वीर एग्रीकल्चर में ग्रेजुएट हैं. ग्रेजुएशन करने के बाद उन्होंने एग्री-क्लिनिक्स एंड एग्री बिजनेस सेंटर्स स्कीम से एग्रीप्नयोर की ट्रेनिंग ली. उसने सेंटर फॉर एग्रीकल्चर एंड रूरल डेवलपमेंट (CARD) मुजफ्फरनगर में आयोजित ट्रेनिंग प्रोग्राम में हिस्सा लिया था.  2 महीने की इस ट्रेनिंग में उन्होंने वैल्यू एडिशन के बारे में सीखा. इसके बाद उनका बिजनेसमैन का सफर शुरू हुआ.

ये भी पढ़ें- ₹60 हजार की नौकरी छोड़ शुरू किया ये काम, अब हर साल कमा रहा ₹20 लाख से ज्यादा, इस सरकारी स्कीम का उठाया फायदा

कम खर्च में शानदार कमाई का मौका, इस घास की खेती किसानों को बना देगी लखपति, जानिए कैसे?

ट्रेनिंग लेने के बाद शुरू किया गुड़ प्रोसेसिंग का काम

नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ एग्रीकल्चर एक्सटेंशन मैनेजमेंट के मुताबिक, सोहन वीर के पास पुश्तैनी 5 एकड़ जमीन थी. वह गन्ना (Sugarcane) व अन्य फसलों की खेती कर रहा था. ट्रेनिंग लेने के बाद वे वैल्यू एडिशन कॉन्सेप्ट से सहमत हुए और उन्होंने गुड़ प्रोसेसिंग यूनिट लगाने का फैसला किया.

एक साल में 20 लाख रुपये की कमाई

उन्होंने ताजा गन्ने की नियमित खरीद के लिए सात गांवों से 250 किसानों के साथ सहयोग किया. 8 कुशल मजदूरों की मदद से उन्होंने गुड़ का उत्पादन शुरू किया. प्रोसेस्ड गुड़ लोकल मार्केट में 5 किलो, 20 किलो और 50 किलो की पैकिंग में बेचा रहे हैं. थोक बाजार के लिए पैकेज का वजन 100 किलोग्राम से ऊपर है. गुड़ बेचकर उन्होंने एक साल में 20 लाख रुपये की कमाई की है.

ये भी पढ़ें- इस साल भी खाने-पीने की महंगाई से नहीं मिलेगी राहत, 15% तक बढ़ेगी अनाज की कीमतें, जानिए क्यों?

Zee Business Hindi Live TV यहां देखें