Soil Health Test: खेती से बंपर उत्पान तभी मिल सकती है जब खेत की मिट्टी की सेहत ठीक हो. इसलिए किसी भी फसल को लगाने से पहले पहले खेत की मिट्टी की जांच जरूर कराना जरूरी है. मिट्टी अम्लीय और क्षारीय है तो यह आपकी फसल की सेहत बिगाड़ सकती है, जिसका उत्पादन पर असर पड़ता है. मिट्टी उदासीन है तो खेत की सेहत सही है. यह आपकी फसल को तंदुरुस्त रखेगी, जिससे बंपर फसल होगी. 

कितना होना चाहिए पीएच

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6.5 से 7.5 तक के पीएच को उदासीन कहा जाता है. 6.5 से कम आने पर अम्लीय और 7.5 से ज्यादा पर क्षारीय मिट्टी कहा जाता है. अगर खेत की मिट्टी का पीएच 6.5-7.5 है तो मिट्टी की सेहत सही है. इसमें सारे पोषख तत्व उपलब्ध है. फसल भी बेहतर होगी.

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फसल लगाने से पहले मिट्टी की जांच करा लेने से किसान का समय, पैसा और मेहनत बेकार नहीं जाता है. मिट्टी की जांच मुफ्त में की जाती है. मिट्टी जांच के बाद किसानों को सॉयल हेल्थ कार्ड (Soil Health Card) भी उपलब्ध कराया जाता है.

बिहार सरकार के कृषि विभाग ने वित्त वर्ष 2024-25 के लिए 5 लाख मिट्टी की जांच का लक्ष्य रखा है. प्रत्येक जिले में म्ट्टी जांच प्रयोगशाला है. जहां मिट्टी जांच के नमूने आने शुरू हो गए हैं. नमूने की जांच भी शुरू हो गई है.

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