सॉयल हेल्थ कार्ड पोर्टल से किसान जान सकते हैं अपने खेत की मिट्टी की सेहत, आमदनी बढ़ाने में मिलेगी मदद
Soil Health Card: सॉयल हेल्थ कार्ड योजना (Soil Health Card Scheme) का उद्देश्य प्रति इकाई लागत कम कर अधिक उत्पादन पाने के लिए उर्वरक सिफारिशों को अपनाने के लिए किसानों को प्रोत्साहित करना है.
Soil Health Card: सॉयल स्वास्थ्य कार्ड योजना किसानों के लिए केन्द्र सरकार द्वारा 2015 में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में श्रीगंगानगर जिले के सूरतगढ़ से शुरू की गई. सॉयल हेल्थ कार्ड योजना (Soil Health Card Scheme) का उद्देश्य प्रति इकाई लागत कम कर अधिक उत्पादन पाने के लिए उर्वरक सिफारिशों को अपनाने के लिए किसानों को प्रोत्साहित करना है.
इस कार्ड के माध्यम से किसानों को उनके खेत की मिट्टी के उर्वरता स्तर की सटीक जानकारी मिलती है और फसलों में संतुलित खाद व उर्वरक के उपयोग को बढ़ावा मिलता है, जिससे फसलों के उत्पादन में बढ़ोतरी के साथ-साथ अच्छी गुणवत्ता युक्त उत्पाद में इजाफा होता है और प्रति इकाई लागत में कमी और किसानों की आय में बढ़ोतरी होती है.
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सॉयल हेल्थ कार्ड योजना ((Soil Health Card Yojana) के पहले चरण में सिंचित क्षेत्र में 2.5 हेक्टेयर इकाई क्षेत्र से एक नमूना और असिंचित क्षेत्र में 10 हेक्टेयर क्षेत्र से एक नमूना लिया गया. वर्ष 2019-20 से राज्य की समस्त ग्राम पंचायतों के चयनित गांवों के खेतों से मिट्टी नमूने लिये जा रहे है.
मिट्टी परीक्षण के लिए सही सैंपल एकत्र करने के लिए ध्यान में रखें
- सैंपल लेने से पहले खेत में ली गई फसल की बढ़वार एक ही रही हो.
- उसमें एक समान उर्वरक उपयोग किये गये हो.
- जमीन समतल व एक ही हो तो ऐसी स्थिति में पूरे खेत से एक ही संयुक्त या प्रतिनिधि नमूना ले सकते हैं.
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मृदा स्वास्थ्य कार्ड सैंपल
वर्तमान में मिट्टी सैंपल का कलेक्शन भारत सरकार द्वारा विकसित सॉयल हेल्थ कार्ड ऐप (Soil Health Card App) के माध्यम से कृषि पर्यवेक्षकों द्वारा किसानों का रजिस्ट्रेशन करते हुए ऑनलाइन किया जाता है. लैब द्वारा मिले सैंपल्स का विश्लेषण कर सॉयल हेल्थ कार्ड पोर्टल पर जांच परिणामों की प्रविष्टियां करते हुए कार्ड तैयार किये जाते हैं.
यह कार्ड कृषि पर्यवेक्षकों द्वारा किसानों को उपलब्ध कराये जाते हैं. अगर कृषकों को कार्ड नहीं मिले हैं तो किसान भारत सरकार के सॉयल हेल्थ कार्ड पोर्टल पर लॉग-इन कर अपना मोबाइल नंबर दर्ज कर सॉयल हेल्थ कार्ड (Soil Health Card) ले सकते हैं.