Rice Export Ban: गैर-बासमती सफेद चावल निर्यात पर प्रतिबंध से छूट चाहता है यह देश, जानिए वजह
Non-Basmati White Rice Export Ban: भारत सरकार ने आगामी त्योहारों के दौरान घरेलू आपूर्ति बढ़ाने और खुदरा कीमतों को काबू में रखने के लिए 20 जुलाई को गैर-बासमती सफेद चावल के निर्यात पर प्रतिबंध लगा दिया था.
चावल निर्यात पर प्रतिबंध से छूट पाने के लिए भारत के संपर्क में सिंगापुर. (Image- Freepik)
चावल निर्यात पर प्रतिबंध से छूट पाने के लिए भारत के संपर्क में सिंगापुर. (Image- Freepik)
Non-Basmati White Rice Export Ban: सिंगापुर गैर-बासमती सफेद चावल (Non-Basmati White Rice) के भारत से निर्यात पर प्रतिबंध से छूट पाने के लिए भारतीय अधिकारियों के संपर्क में है. सिंगापुर खाद्य एजेंसी (SFA) ने एक बयान में कहा, एसएफए अलग-अलग स्रोतों से चावल की अलग-अलग किस्मों का आयात बढ़ाने के लिए आयातकों के साथ मिलकर काम कर रहा है. प्रतिबंध से छूट पाने के लिए सिंगापुर भी भारतीय अधिकारियों के संपर्क में है.
खुदरा कीमतों को काबू में रखने के लिए प्रतिबंध
भारत सरकार ने आगामी त्योहारों के दौरान घरेलू आपूर्ति बढ़ाने और खुदरा कीमतों को काबू में रखने के लिए 20 जुलाई को गैर-बासमती सफेद चावल के निर्यात पर प्रतिबंध लगा दिया था.
ये भी पढ़ें- पपीते की खेती बनाएगी अमीर, सरकार दे रही 75% सब्सिडी
आयातित चावल में भारत की हिस्सेदारी 40%
TRENDING NOW
भारी गिरावट में बेच दें ये 2 शेयर और 4 शेयर कर लें पोर्टफोलियो में शामिल! एक्सपर्ट ने बताई कमाई की स्ट्रैटेजी
Adani Group को एक ही दिन में दूसरा झटका! NSE ने ग्रुप कंपनियों से मांगी सफाई, ₹2.45 लाख करोड़ का मार्केट कैप स्वाहा
EMI का बोझ से मिलेगा मिडिल क्लास को छुटकारा? वित्त मंत्री के बयान से मिला Repo Rate घटने का इशारा, रियल एस्टेट सेक्टर भी खुश
मजबूती तो छोड़ो ये कार किसी लिहाज से भी नहीं है Safe! बड़ों से लेकर बच्चे तक नहीं है सुरक्षित, मिली 0 रेटिंग
Adani Group की रेटिंग पर Moody's का बड़ा बयान; US कोर्ट के फैसले के बाद पड़ेगा निगेटिव असर, क्या करें निवेशक?
सिंगापुर में भारत से निर्यात होने वाले कुल चावल में गैर-बासमती सफेद चावल की हिस्सेदारी करीब 25% है. एजेंसी ने कहा कि 2022 में सिंगापुर के आयातित चावल में भारत की हिस्सेदारी करीब 40% थी. सिंगापुर 30 से अधिक देशों से चावल आयात करता है.
भारत ने चालू वित्त वर्ष की पहली (अप्रैल-जून) तिमाही में करीब 15.54 लाख टन चावल का निर्यात किया, जो कि एक साल पहले इसी तिमाही में केवल 11.55 लाख टन था. यानी इसमें 35% की बढ़ोतरी हुई.
ये भी पढ़ें- सिर्फ 4 महीने में ही हो जाएंगे मालामाल, इस फसल से कमाएं बंपर मुनाफा
चालू वित्त वर्ष 2023-24 में अप्रैल से जून की अवधि में इस किस्म के 15.54 लाख मीट्रिक टन चावल का निर्यात किया गया जबकि वित्त वर्ष 2022-23 की इसी अवधि (अप्रैल- जून) के दौरान केवल 11.55 लाख मीट्रिक टन चावल का निर्यात हुआ था, यानी 35% बढ़ोतरी. निर्यात में तेज बढ़ोतरी के लिये जियो-पॉलिटिकल आउटलुक, अल-नीनो (El-Nino) धारणा और दुनिया के चावल उत्पादक देशों में कठिन जलवायु परिस्थितियां आदि जिम्मेदार हैं.
Zee Business Hindi Live TV यहां देखें
ये भी पढ़ें- भैंस की ये Top 10 नस्लें बना देगी मालामाल
04:35 PM IST