SATHI: QR कोड से बीज को किया जा सकेगा ट्रेस, नकली बीज की पहचान होगी आसान, जानिए सबकुछ
SATHI Portal & Mobile App: SATHI पोर्टल की खास बात यह है कि इससे किसानों के साथ बीज खरीदने में धोखाधड़ी नही होगी. यानी घटिया या नकली बीज की पहचान आसानी से होगी.
SATHI Portal & Mobile App: सरकार एग्री सेक्टर को बढ़ावा देने और किसानों को समृद्ध बनाने के लिए लगातार नए प्रयास कर रही है. अलग-अलग योजनाओं और कार्यक्रमों के माध्यम से किसानों की चुनौतियों को दूर करने के लिए सरकार ने एक नया कल्याणकारी कदम उठाया है. इसी क्रम में सरकार ने किसानों के लिए SATHI पोर्टल और मोबाइल ऐप की शुरुआत की है. इस ऑनलाइन ऐप के माध्यम से किसान बीज उत्पादन (Seed Production) की गुणवत्ता की पहचान आसानी से कर सकेंगे. आइए जानते हैं SATHI पोर्टल से जुड़ी पूरी जानकारी.
SATHI पोर्टल की शुरुआत
बीज संबंधी साथी पोर्टल व मोबाइल एप्लीकेशन की शुरुआत 19 अप्रैल को केन्द्रीय कृषि और किसान कल्याण मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने की. इस मौके पर केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि बीज संबंधी समस्याओं से निपटने के लिए साथी पोर्टल कृषि क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण और क्रांतिकारी कदम है. इसे उत्तम बीज – समृद्ध किसान की थीम पर विकसित किया गया है.
ये भी पढ़ें- Mushroom Farming: मशरूम की नई किस्म किसानों को कराएगी बंपर कमाई, सितंबर में होगी लॉन्च, जानिए खासियतें
क्या है SATHI पोर्टल?
यह एक ऑनलाइन पोर्टल और मोबाइल ऐप है. यह किसानों की बीज सबंधी समस्याओं को दूर करेगा. SATHI का फुल फॉर्म- सीड ट्रैसेबिलिटी, ऑथेंटिकेशन एंड होलिस्टिक इन्वेंटरी है. इस सिस्टम के अंतर्गत क्यूआर कोड (QR Code) होगा, जिससे बीज को ट्रेस किया जा सकेगा. साथी पोर्टल को गुणवत्तापूर्ण बीज की पहचान और बीज प्रमाणीकरण के साथ बीज उत्पादन की चुनौतियों से निपटने लिए बनाया गया है. इस पोर्टल को केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय के सहयोग से एनआईसी ने बनाया है. बता दें कि यह पोर्टल का पहला चरण है.
SATHI पोर्टल की खासियत
SATHI पोर्टल की खास बात यह है कि इससे किसानों के साथ बीज खरीदने में धोखाधड़ी नही होगी. यानी घटिया या नकली बीज की पहचान आसानी से होगी. इससे कृषि उत्पादन में बढ़ोतरी होगी. दरअसल जलवायु परिवर्तन के इस दौर में सामने आ रहे नए प्रकार के कीट फसलों को नुकसान पहुंचा रहे हैं. इस पर पूरी तरह से रोक लगाने के लिए कृषि वैज्ञानिकों को अधिक रिसर्च पर काम करना होगा. अगर जलवायु परिवर्तन से नुकसान बच जाएगा तो पूरे कृषि उत्पादन का 20 फीसदी बच सकता है.
ये भी पढ़ें- 2 महीने की ट्रेनिंग के बाद मिला धुंआधार कमाई का आइडिया, एक साल में कमाए ₹8 लाख, आप भी लें सीख
SATHI पोर्टल में 7 वर्टिकल शामिल
साथी पोर्टल से बीज की गुणवत्ता सुनिश्चित होने के साथ किसानों को अच्छे बीज का पता लगाने में आसानी होगी. बीज के बारे में किसानों को जानकारी देने के लिए साथी पोर्टल में 7 वर्टिकल शामिल है. इन वर्टिकल में अनुसंधान संगठन, बीज प्रमाणीकरण, बीज लाइसेंसिंग, बीज सूची, डीलर से किसान को बिक्री, किसान पंजीकरण और बीज डीबीटी शामिल है. बता दें कि वैध प्रमाणीकरण वाले बीज केवल वैध लाइसेंस प्राप्त डीलरों द्वारा केंद्रीय रूप से रजिस्टर्ड किसानों को बेचे जा सकते हैं जो सीधे अपने पूर्व-मान्य बैंक खातों में डीबीटी के माध्यम से सब्सिडी प्राप्त कर सकते हैं.
भारत के लिए कृषि का बड़ा महत्व
भारत के लिए कृषि का बड़ा महत्व है. क्योंकि बदलते परिदृश्य में इसका महत्व और बढ़ गया है. पहले कृषि का मकसद अपनी जरूरतों को पूरा करना था लेकिन अब दुनिया की उम्मीदें भी भारत से बढ़ रही हैं. ऐसे में देश की जिम्मेदारी बनती है कि दुनिया की तमाम चुनौतियों से निपटते हुए सभी का पेट भरने में मदद करें. केन्द्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने साथी पोर्टल के शुभारंभ के मौके पर यह बात कही. इसके अलावा केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि बीज, कीटनाशक, उर्वरक और सिंचाई कृषि में अहम भूमिका निभाते हैं.
ये भी पढ़ें- युवा किसान सोनू ने खेती में पेश की मिसाल, सब्जी, केला के साथ नींबू उगाकर कर रहे मोटी कमाई
भारत एक कृषि प्रधान देश है, यहां अधिकांश जनसंख्या गांवों में ही निवास करते हैं और गांवों में लोगों के आय का प्रमुख साधन कृषि ही है. इसके साथ ही भारत की अर्थव्यवस्था कृषि आधारित है. इसलिए देश में कृषि को बढ़ावा देने के लिए कई कल्याणकारी योजनाएं चलाई जा रही है. साथी पोर्टल (SATHI Portal) भी इस दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है.
Zee Business Hindi Live TV यहां देखें
(Input- PBNS)