दिवाली से पहले किसानों को सौगात, वन नेशन वन फर्टिलाइजर योजना हुई लॉन्च, मिलेंगे कई फायदे
वन नेशन वन फर्टिलाइजर योजना के तहत किसानों को सस्ती और क्वालिटी खाद मिलेगी. यह भारत ब्रांड के तहत उपलब्ध होगी. PM मोदी ने कहा कि इस योजना से किसान को हर तरह के भ्रम से मुक्ति मिलने वाली है.
PM नरेंद्र मोदी ने सोमवार को प्रधानमंत्री किसान सम्मान सम्मेलन का उद्घाटन किया. इस आयोजन का उद्देश्य देश भर के 13500 से ज्यादा किसानों और लगभग 1500 कृषि स्टार्टअप को एक साथ लाना है. कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री ने वन नेशन वन फर्टिलाइजर योजना का भी शुभारंभ किया. इसमें भारत ब्रांड के यूरिया बैग को भी लॉन्च किया गया.
किसानों को मिलेगी सस्ती और अच्छी खाद
वन नेशन वन फर्टिलाइजर योजना के तहत किसानों को सस्ती और क्वालिटी खाद मिलेगी. यह भारत ब्रांड के तहत उपलब्ध होगी. PM मोदी ने कहा कि इस योजना से किसान को हर तरह के भ्रम से मुक्ति मिलने वाली है. साथ ही बेहतर खाद भी उपलब्ध होने वाली है. देश में अब एक ही नाम, एक ही ब्रांड से और एक समान क्वालिटी वाले यूरिया की बिक्री होगी. यह ब्रांड भारत है. इससे फर्टिलाइजर की मार्केटिंग में भी मदद मिलेगी.
सवा 3 लाख रिटेल दुकानों को केंद्र में बदला जाएगा
उन्होंने कहा कि रसायन और उर्वरक मंत्रालय के तहत 600 प्रधानमंत्री किसान समृद्धि केंद्रों (PMKSK) की भी शुरुआत की. इन केंद्रों के जरिए किसानों की जरूरतों को पूरा किया जाएगा. यहां सिर्फ खाद ही नहीं मिलेगी बल्कि बीज, उपकरण, मिट्टी की टेस्टिंग, हर प्रकार की जानकारी, जो भी किसान को चाहिए वो इन केंद्रों पर एक जगह ही मिलेगी. इसके लिए देश में 3.3 लाख से ज्यादा रिटेल फर्टिलाइजर दुकानों को PMKSK में बदला जाएगा.
ई-पत्रिका की भी हुई शुरुआत
इसके अलावा प्रधानमंत्री ने घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय उर्वरक परिदृश्यों के बारे में जानकारी देने वाली ई-पत्रिका की भी शुरुआत की, जिसका नाम इंडियन एज है. ई-पत्रिका में हालिया डेवलपमेंट, प्राइस ट्रेंड का एनालिसिस, उपलब्धता और खपत, किसानों से जुड़ी सफलता की कहानियां शामिल हैं.
किसानों को मिली 12वीं किस्त
प्रधानमंत्री ने PM किसान सम्मान निधि की 12वीं किस्त भी जारी की. दिवाली से पहले 2000 रुपए की किस्त से करीब 11 करोड़ छोटे-मझोले किसानों सरकार का तोहफा भी दिया जा सकता है. सरकार ने अबतक इस स्कीम के जरिए 25 लाख करोड़ रुपए डायरेक्ट बेनेफिट ट्रांसफर कर चुकी है. कार्यक्रम में केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, केंद्रीय उर्वरक और रसायन मंत्री मनसुख मंडाविया ने भी हिस्सा लिया.