PM Kisan की किस्त से पहले आई बड़ी खबर, सभी किसानों को होगा फायदा
PM Kisan 13th Instalment: भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (ICAR) इस दिशा में काम कर रहा है और देश में ऐसी नस्लों की पहचान के लिए एक विशेष अभियान शुरू किया गया है. इस योजना का फायदा पशु पालकों को होगा.
PM Kisan 13th Instalment: पीएम किसान सम्मान निधि योजना (PM Kisan Samman Nidhi Yojana) के लाभार्थी किसान 13वीं किस्त का इंतजार कर रहे हैं. 13वीं किस्त जारी होने से पहले सरकार ने किसानों को बड़ी खुशखबरी दी है. दरअसल, केन्द्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने कहा कि देश में बड़ी संख्या में देशी नस्ल के पशु हैं. देश का आधा पशुधन अभी भी अवर्गीकृत है. उन्होंने कहा, ऐसी अनूठी नस्लों की पहचान करनी होगी ताकि इन अवर्गीकृत नस्लों को बचाया जा सके. इससे कृषि और पशुपालन क्षेत्र को फायदा होगा. सरकार की नई योजना का फायदा पशु पालकों को होगा.
पशुओं की पहचान के लिए विशेष अभियान
कृषि मंत्री ने कहा, भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (ICAR) इस दिशा में काम कर रहा है और देश में ऐसी नस्लों की पहचान के लिए एक विशेष अभियान शुरू किया गया है. आईसीएआर ने इन सभी एजेंसियों के सहयोग से मिशन मोड में देश के सभी पशु अनुवांशिक संसाधनों का दस्तावेजीकरण शुरू किया है. यह बड़ा समूह स्वदेशी पशु अनुवांशिक संसाधनों के दस्तावेज मिशन को पूरा करेगा.
ये भी पढ़ें- खेती छोड़ किसान ने शुरू किया ये काम, अब हर साल कमा रहा ₹10 लाख से ज्यादा मुनाफा
TRENDING NOW
गिरते बाजार में कमाई कराएंगे ये शेयर! इंट्राडे से लेकर एक साल के नजरिए तक...एक्सपर्ट ने चुने ये स्टॉक्स
देवभूमि के इस Hill Station पर कभी भारतीयों को पैर रखने की भी नहीं थी इजाजत, अंग्रेजों ने लिखवाया था 'Indians Not Allowed'
गिरते बाजार में क्या करें ट्रेडर्स और इन्वेस्टर्स, अनिल सिंघवी से जानें- पोर्टफोलियो को नुकसान से कैसे बचाएं?
दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण के कारण GRAP-4 लागू, नौवीं क्लास तक सभी स्कूल बंद, जानिए क्या होंगे प्रतिबंध
ट्रंप की जीत ने पलट दिया पासा, अब भारतीय शेयर बाजार पकड़ेगा तेज रफ्तार, ग्लोबल ब्रोकरेज ने किया बड़ा ऐलान
Child Mutual Funds: बच्चे के बेहतर भविष्य के लिए MF के चाइल्ड प्लान में करें निवेश, जानें इन स्कीम में क्या है खास
उन्होंने कहा, पशुपालन कृषि का अभिन्न अंग रहा है. यह हमारे जैसे देश में और भी अधिक प्रासंगिक है, जहां समाज का एक बड़ा हिस्सा सक्रिय रूप से इससे जुड़ा हुआ है और पशुपालन में निर्भर है. हमारा देश पशु जैव विविधता से समृद्ध है और लोग सदियों से अलग-अलग प्रकार की प्रजातियों का पालन कर रहे हैं। इन प्रजातियों का उपयोग विभिन्न उद्देश्यों जैसे भोजन, फाइबर, परिवहन, खाद, कृषि उद्देश्यों आदि के लिए किया जाता रहा है. किसानों ने इन प्रजातियों की कई विशिष्ट नस्लें विकसित की हैं, जो उस जलवायु परिस्थितियों के अनुकूल हैं. सारी दुनिया इस समय भारत की पशुधन व कुक्कुट (पोल्ट्री) क्षेत्र में बड़ी विविधता की ओर देख रही है.
रजिस्टर्ड नस्लों के नस्ल का रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट
इस अवसर पर 28 नई पंजीकृत नस्लों के ब्रीड रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट (Breed Registration Certificates) बांटे किए गए, जिनमें मवेशियों की 10 नस्लें, सुअर की 5, भैंस की 4, बकरी और कुत्ते की 3-3, भेड़, गधे और बत्तख की एक-एक नस्ल शामिल हैं.
ये भी पढ़ें- SBI ने पेश की नई स्पेशल FD स्कीम, ग्राहकों को मिलेगा 7.6% ब्याज, जानें ₹1 लाख जमा पर 1 साल में कितनी होगी कमाई
Zee Business Hindi Live TV यहां देखें
04:04 PM IST