क्या महंगे आटे से मिलेगी राहत? जनवरी-मार्च में OMSS के तहत 25 लाख टन अतिरिक्त गेहूं बेच सकती है सरकार
Wheat Prices: वीकली ई-नीलामी के माध्यम से एफसीआई (FCI) अबतक 44.6 लाख टन गेहूं थोक उपभोक्ताओं को बेच चुका है.
Wheat Prices: सरकार गेहूं की घरेलू आपूर्ति बढ़ाने और कीमतों पर नियंत्रण के लिए ओपन मार्केट सेल स्कीम (OMSS) के तहत जनवरी-मार्च, 2024 में भारतीय खाद्य निगम (FCI) का 25 लाख टन अतिरिक्त गेहूं (Wheat) बेचने को तैयार है. खाद्य सचिव संजीव चोपड़ा ने यह बात कही. अनाज खरीद और वितरण के लिए सरकार की नोडल एजेंसी एफसीआई को इसी साल मई में गेहूं उत्पादक राज्यों में खरीद अवधि को छोड़कर पूरे वित्त वर्ष में ओएमएसएस के तहत ई-नीलामी के जरिये केंद्रीय पूल से थोक उपभोक्ताओं को गेहूं बेचने का आदेश दिया गया था.
उपभोक्ताओं को हुआ फायदा
खाद्य सचिव ने कहा कि वीकली ई-नीलामी के माध्यम से एफसीआई (FCI) अबतक 44.6 लाख टन गेहूं थोक उपभोक्ताओं को बेच चुका है. चोपड़ा ने कहा, इससे खुले बाजार में कम दाम पर गेहूं की उपलब्धता बढ़ी है, जिससे देशभर के आम उपभोक्ताओं को लाभ हुआ है.
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अतिरिक्त 25 लाख टन गेहूं बेचा जाएगा
सचिव ने कहा, जरूरत के आधार पर ओएमएसएस (OMSS) के तहत जनवरी-मार्च, 2024 में अतिरिक्त 25 लाख टन गेहूं बेचा जा सकता है. मुक्त बाजार में आपूर्ति बढ़ाने के लिए एफसीआई द्वारा ई-नीलामी के माध्यम से वीकली रूप से बेचे जाने वाले गेहूं की मात्रा को तत्काल प्रभाव से 3 लाख टन से बढ़ाकर 4 लाख टन कर दिया गया है.
‘भारत आटा’ (Bharat Atta) ब्रांड के तहत रियायती दरों पर गेहूं के आटे की बिक्री पर सचिव ने कहा कि मात्रा को अगले साल जनवरी के अंत तक 2.5 लाख टन से बढ़ाकर 4 लाख टन कर दिया गया है.
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