खाने के तेल की कीमतों को काबू में रखने के लिए सरकार का बड़ा फैसला, तेल-तिलहन के स्टॉक लिमिट में किया बदलाव
Edible Oil Stock Limit: सरकार ने कीमतों में नरमी के बाद होलसेल डीलर्स और बड़े रिटेल चेन (Retail Chain) स्टॉक लिमिट से छूट दी है. Stock Limit में छूट तत्काल प्रभाव से लागू हो गई है. अब होलसेल, रिटेलर अनलिमिटेड स्टॉक रख सकेंगे.
Edible Oil Stock Limit: खाने के तेल की कीमतों को काबू में रखने के लिए केंद्र सरकार ने तेल, तिलहन के स्टॉक लिमिट (Stock Limit) में बड़ा बदलाव किया है. सरकार ने कीमतों में नरमी के बाद होलसेल डीलर्स और बड़े रिटेल चेन (Retail Chain) स्टॉक लिमिट से छूट दी है. Stock Limit में छूट तत्काल प्रभाव से लागू हो गई है. बता दें कि खाने के तेल के भाव को कंट्रोल में रखने के लिए स्टॉक लिमिट लगी थी.
होलसेल, रिटेलर अनलिमिटेड स्टॉक रख सकेंगे
खाद्य और उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय के एक बयान के अनुसार, यह आदेश तुरंत प्रभाव से लागू होगा. इसमें कहा गया है कि छूट का तिलहन की कीमतों पर भी सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा क्योंकि इससे तिलहन की खरीद को बढ़ावा मिलेगा, जिससे घरेलू तिलहन उगाने वाले किसानों के रिटर्न में बढ़ोतरी होगी.
इस कदम से थोक विक्रेताओं और बड़े चेन रिटेलर्स को खाद्य तेलों की विभिन्न किस्मों और ब्रांडों को रखने की मंजूरी मिलेगी, जिन्हें वे स्टॉक लिमिट आदेश के कारण वर्तमान में रखने में असमर्थ हैं. भारत दुनिया में पाम ऑयल, सोया तेल और सूरजमुखी के तेल जैसे खाने के तेलों का सबसे बड़ा आयातक है.
कितनी थी स्टॉक लिमिट
एडिबल ऑयल की स्टॉक सीमा खुदरा विक्रेताओं के लिए 30 क्विंटल, थोक विक्रेताओं के लिए 500 क्विंटल, थोक उपभोक्ताओं के लिए यानी बड़ी खुदरा श्रृंखला वाले विक्रेताओं और दुकानों के लिए 30 क्विंटल और इसके डिपो के लिए 1,000 क्विंटल होगी. खाद्य तेलों के प्रोसेसर्स अपनी भंडारण/उत्पादन क्षमता के 90 दिनों तक का स्टॉक कर सकते थे.
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