Farmers News: भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (ICAR) ने किसानों को नई तकनीक प्रदान करने और प्राकृतिक खेती (Natural Farming) को बढ़ावा देने के लिए एग्री-केमिकल कंपनी धानुका एग्रीटेक लिमिटेड (Dhanuka Agritech Ltd) के साथ एक शुरुआती समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं. एक आधिकारिक बयान के अनुसार, आईसीएआर और धानुका एग्रीटेक ने एक समझौता ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षर किए हैं.

छोटी जोत किसानों तक तकनीक पहुंचाना लक्ष्य

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आईसीएआर के उप महानिदेशक (कृषि विस्तार) यू एस गौतम और धानुका एग्रीटेक के चेयरमैन आर जी अग्रवाल ने संबंधित संगठनों की ओर से इस समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए. बयान के अनुसार, गौतम ने कहा कि इस समझौते का उद्देश्य किसानों तक नई तकनीक पहुंचाने के लिए दोनों संस्थानों की दक्षता का उपयोग करना है. उन्होंने कहा कि देशभर में 14.5 करोड़ से अधिक किसान हैं, जिनमें से अधिकतर के पास छोटी जोत है.

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धानुका एग्रीटेक केंद्रीय संस्थानों, कृषि प्रौद्योगिकी अनुप्रयोग अनुसंधान संस्थान (ATARI) और कृषि विज्ञान केंद्र (KVK) के साथ जुड़कर इन छोटे किसानों को कृषि उत्पादन से संबंधित प्रशिक्षण प्रदान करेगी. गौतम ने कहा कि पूरी दुनिया इस समय जलवायु परिवर्तन की चुनौतियों का सामना कर रही है और भारत भी इससे अछूता नहीं है. उन्होंने कहा कि ऐसे समय में दोनों संस्थानों को कृषि उत्पादन (Agri Production) की एक नई पद्धति पर मिलकर काम करने की जरूरत है जो जलवायु के अनुकूल हो. उन्होंने कहा कि इस एमओयू का उद्देश्य बदलते परिवेश में प्राकृतिक खेती (Natural Farming) को बढ़ावा देना है.

अग्रवाल ने कहा कि कंपनी आईसीएआर-अटारी और केवीके के सहयोग से सलाहकार सेवा प्रदान करेगी और किसानों को प्रशिक्षित करेगी. इस अवसर पर आईसीएआर के सहायक महानिदेशक, निदेशक, वरिष्ठ वैज्ञानिक और आईसीएआर मुख्यालय के वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे.