Business Idea: केंद्र और राज्य सरकारें किसानों की आय बढ़ाने के लिए कई योजनाएं चला रही हैं. इसी कड़ी, बिहार सरकार (Bihar Government) आर्थिक रूप से कमजोर किसानों को मधुमक्खी पालन (Beekeeping) के लिए प्रोत्साहित कर रही है, ताकि उनकी आय बढ़ सके. इससे उनकी जिंदगी में शहद जैसी मिठास घुल जाएगी.

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बिहार सरकार कृषि विभाग, उद्यान निदेशालय राज्य में मधुमक्खी पालन को इंडस्ट्री के रूप में विकसित करने पर जोर दे रहा है. इसके लिए कई योजनाएं बनाई गई हैं और उसी के अनुसार काम किया जा रहा है. इस योजना का धरातल पर उतारने में विभाग भी जुट गया है. किसानों को मधुमक्खी पालन की विस्तार से जानकारी दी जा रही है.

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किसानों को मिलेंगे 50 हजार रुपये

नेशनल बी कीपिंग एंड हनी मिशन (National Beekeeping and Honey Mission) योजना के तहत किसानों को मधुमक्खी पालन के बारे में बताया गया. NBHM के तहत 25-25 की संख्या में महिलाओं को 3-3 समूह बनाया जाएगा. इसके बाद 7 दिनों की स्पेशल ट्रेनिंग दी जाएगी.

किसानों को इस योजना से जोड़ा जाएगा. ग्रुप फॉर्मेशन के लिए 20,000 रुपये और ग्रुप को मधुमक्खी पालन के लिए कैपिटल के रूप में 50,000 रुपये दिए जाएंगे. इसमें किसानों की भागीदारी बढ़ाई जाएगी. सरकार का उद्देश्य है कि मधुमक्खी पालन (Beekeeping) को इंडस्ट्री के रूप में विकसित किया जा सके.

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किसानों के आय के लिए वरदान

मधुमक्खी पालन कर शहद उत्पादन से स्वरोजगार को बढ़ावा देना और किसानों की आय दोगुना करना है. भ्रमणशील मधुमक्खी (Beekeeping) पालक प्रति बॉक्स 50-60 किलो शहद का उत्पादन लिया जा सकता है. ऐसे में किसानों को शहद उत्पादन के क्षेत्र में किसानों को आगे आने की जरूरत है जिससे शहद में क्रांति लाई जा सके. मधुमक्खी पालन से इनकम जनरेट किया जा सकता है.

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