किसानों के लिए खुशखबरी! 550 रुपये किलो बिकता है ये विदेशी फल, अब बिहार में होगी खेती
एवोकैडो (Avocado) अधिक पौष्टिक फल है जिसमें पोटेशियम केले से भी अधिक पाया जाता है. इसके फलों में स्वास्थ संबंधित पोषक तत्व मौजूद होते है जो हमें तनाव से लड़ने में सहायता प्रदान करते हैं.
Avocado farming: बिहार में डॉ राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय, पूसा, समस्तीपुर में जल्द ही एवोकैडो की खेती (Avocado farming) और इस पर अनुसंधान का काम शुरू होगा. अनुसंधान का यह कार्य जुलाई से अगस्त माह के दौरान शुरू होने की संभावना है. विश्वविद्यालय के सह निदेशक अनुसंधान और प्रधान अन्वेषक, अखिल भारतीय समन्वित अनुसंधान परियोजना (फल) प्रोफेसर एस के सिंह ने बताया कि बिहार की कृषि जलवायु में इस फल की खेती से संबंधित पैकेज एंड प्रैक्टिसेज दे पाना संभव होगा. उन्होंने बताया कि अनुसंधान का यह काम जुलाई से अगस्त माह के दौरान शुरू होगा. एवोकैडो का फल (Avocado fruit) स्वास्थ्य के लिए अत्यंत ही लाभकारी माना जाता है.
ये भी पढ़ें- Business Idea: लाख रुपये महीने कमाना है तो शुरू करें ₹1.50 लाख में ये बिजनेस, जबरदस्त है डिमांड
एवोकैडो अधिक पौष्टिक फल
उन्होंने बताया कि दक्षिण अमेरिका और लैटिन देश से जुड़े बहुत से व्यंजनों जैसे चिपोतले चिलीस, गुयाकमोल, चोरीजो, ब्रेकफास्टस और टोमेटिल्लो सूप आदि में एवोकैडो फल का उपयोग अधिक किया जाता है. इसका प्रचलन आजकल भारत में भी अधिक देखने को मिल रहा है. सिंह ने बताया कि एवोकैडो अधिक पौष्टिक फल है जिसमें पोटेशियम केले से भी अधिक पाया जाता है.
भारत में इन राज्यों में जोरशोर से हो रही Avocado की खेती
उन्होंने कहा कि इसके फलों में स्वास्थ संबंधित पोषक तत्व मौजूद होते है जो हमें तनाव से लड़ने में सहायता प्रदान करते हैं. उन्होंने बताया कि दक्षिण मध्य मैक्सिको में इसकी खेती मुख्य रूप से की जाती है, लेकिन अब भारत के महाराष्ट्र, तमिलनाडु, केरल और कर्नाटक के कुछ भागों में भी इसकी खेती काफी जोरशोर से की जाने लगी है. उन्होंने बताया कि हिमाचल और सिक्किम में तकरीबन 800 से 1600 मीटर की ऊंचाई पर एवोकैडो (Avocado) की खेती सफलतापूर्वक की जा रही है.
ये भी पढ़ें- PMFME स्कीम का फायदा उठाकर बलविंदर कमा रही लाखों, जानिए योजना के बारे में सबकुछ
उन्होंने बताया कि इस वर्ष जुलाई, अगस्त से अखिल भारतीय समन्वित फल परियोजना के तहत इसके कुछ पेड़ पूसा में लगा कर इसकी खेती की संभावना को परखने का प्रयास किया है. इसमें फल आने में 5 से 6 वर्ष लगते हैं, उसके बाद ही बिहार की कृषि जलवायु में इस फल की खेती से संबंधित पैकेज एंड प्रैक्टिसेज दे पाना संभव होगा.
550 रुपये किलो बिकता है Avocado का फल
एवोकैडो (Avocado) की पैदावार उन्नत किस्म, खेत प्रबंधन और पेड़ की उम्र पर निर्भर करती है. सामान्य तौर पर एक पेड़ से 250 से 500 फल प्राप्त किए जा सकते है जबकि 10 से 12 वर्ष पुराने पेड़ से 350 से 550 फल प्राप्त हो सकते हैं. इस समय महानगरों में एवोकैडो का बाजार मूल्य क्वालिटी के अनुसार 350 से लेकर 550 रूपए प्रति किलो है.
ये भी पढ़ें- खेती से जुड़ा बिजनेस करने का सुनहरा मौका, सरकार दे रही है सब्सिडी, ऐसे उठाएं फायदा
इधर, विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ पीएस पांडेय ने डॉ एस के सिंह, प्रधान अन्वेषक, अखिल भारतीय समन्वित अनुसंधान परियोजना (फल) एवं इस परियोजना से जुड़े वैज्ञानिक डॉ एके पांडा के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि विश्वविद्यालय ने सही समय पर सही शुरूआत की है. उन्होंने कहा कि इस फल पर शुरू किया गया अनुसंधान आने वाले समय में मील का पत्थर साबित होगा.
ये भी पढ़ें- Success Story: 2 महीने की ट्रेनिंग के बाद होने लगी पैसों की बारिश, एक साल में कमाया ₹25 लाख
Zee Business Hindi Live TV यहां देखें