Farming: खेती के लिए इस शख्स ने छोड़ी सरकारी नौकरी, अब होगी करोड़ों में कमाई
Farming: उत्तर प्रदेश के उत्कृष्ट पांडेय ने 2016 में सशस्त्र सीमा बल (SSB) में एसिस्टेंट कमांडेंट की अपनी नौकरी छोड़ दी और लखनऊ से लगभग 200 किलोमीटर दूर प्रतापगढ़ के भदौना गांव में अपनी कंपनी मार्सेलोन एग्रोफार्म शुरू की.
Farming: केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ) के एक अधिकारी ने अपनी नौकरी छोड़कर सफेद चंदन (White Sandalwood) और काली हल्दी (Black Turmeric) की खेती शुरू की है. इस कवायद का एक मकसद उत्तर भारत में इन उत्पादों की खेती शुरू कर ग्रामीण युवाओं के लिए रोजगार के मौके तैयार करना भी है.
नौकरी छोड़ शुरू की खेती
उत्तर प्रदेश के उत्कृष्ट पांडेय ने 2016 में सशस्त्र सीमा बल (SSB) में एसिस्टेंट कमांडेंट की अपनी नौकरी छोड़ दी और लखनऊ से लगभग 200 किलोमीटर दूर प्रतापगढ़ के भदौना गांव में अपनी कंपनी मार्सेलोन एग्रोफार्म शुरू की.
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चंदन, काली हल्दी की शुरू की खेती
पांडेय ने कहा कि मैं चाहता हूं कि युवा देश को आत्मनिर्भर बनाने में मदद करें. उन्होंने 2016 में नौकरी छोड़ दी और कई विकल्पों पर विचार करने के बाद सफेद चंदन (White Sandalwood) और काली हल्दी (Black Turmeric) की खेती करने का फैसला किया.
उन्होंने कहा, हर किसी का विचार था कि चंदन (Sandalwood) केवल दक्षिण भारत में ही हो सकता है, लेकिन मैंने अधिक विस्तार से अध्ययन किया और पाया कि हम उत्तर भारत में भी इसे उगा सकते हैं. इसके बाद उन्होंने बेंगलुरु स्थित ‘इंस्टिट्यूट ऑफ वुड साइंस एंड टेक्नोलॉजी' (IWST) में पढ़ाई की.
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2 करोड़ रुपये से अधिक की कमाई
उन्होंने दावा किया कि एक किसान लगभग 250 पेड़ों के 14-15 साल में पूरी तरह विकसित होने पर 2 करोड़ रुपये से अधिक कमा सकता है. इसी तरह, काली हल्दी की कीमत 1,000 रुपये प्रति किलोग्राम तक है.
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(भाषा)