Sweet Corn Farming: परंपरागत खेती को छोड़ना समय की मांग है. अब किसानों का रुझान अच्छा मुनाफा देने वाली फसलों की तरफ बढ़ा है. खेती में इनोवेशन की पहल करते हुए उत्तर प्रदेश के सहारनपुर जिले के विकासखंड गंगोह और मुजफ्फराबाद के करीब 65 किसानों ने 50-60 एकड़ में स्वीट कॉर्न की खेती शुरू की है. विभाग के प्रयासों से किसानों को बाजार भी आसानी से उपलब्ध हो गया और फसल का बेहतर भाव भी.

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सहानपुर जनपद गन्ना, धान और गेहूं की खेती लिए जाना जाता है. कृषि विभाग ने त्वरित मक्का विकास योजना का प्रचार-प्रसार किया. जिले की मिट्टी और मौसम स्वीट कॉर्न की खेती के लिए अुकूल हैं. किसान विनोद कुमार किसान पहले सामान्य मक्का की खेती करते थे, मगर इस बार कृषि विभाग के प्रयास से 3 एकड़ में स्वीट कॉर्न की खेती की है. एक एकड़ में 50-60 क्विंटल भुट्टा पैदा हो रहा है. इसकी सप्लाई दिल्ली की आजादपुर मंडी और देहरादून में कर रहे हैं, जहां अच्छे दाम मिल रहे हैं. अगली बार 25-30 एकड़ में खेती करें.

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75 दिन में फसल तैयार

वहीं किसान महीपाल सिंह का कहना है कि बरसात का मौसम बुवाई का सबसे उपयुक्त समय है. क्योंकि जून-जुला में तापमान भी लगभग 30 डिग्री रहता है. उनका कहना है कि इस बार भुट्टा 30-40 रुपये किलो बिक रहा है. इसमें निफ्टी, मिठास व शुगर-75 प्रजाति लगाई गई है. करीब 75 दिन में भुट्टा तैयार होता है. इसे भूनकर खाने के बजाय कच्चा खाना पसंद किया जाता है. 75 दिन की फसल है.

25-30 हजार रुपये प्रति एकड़ खर्च

स्वीट कॉर्न की प्रति एकड़ खेती पर 25-30 हजार रुपये खर्च आता है, जबकि एक एकड़ में 50-60 क्विंटल भुट्टा निकलता है. बाजार में भुट्टा 30-40 रुपये किलो है. इस हिसाब से एक एकड़ में करीब 2 लाख रुपये का भुट्टा पैदा होता है. लागत घटाने के बाद किसान को 1.60 लाख रुपये प्रति एकड़ मुनाफा मात्र 3 महीने में मिल जाता है.

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