WIPRO News: मार्जिन पर दबाव के चलते सूचना प्रौद्योगिकी कंपनी विप्रो लिमिटेड (WIPRO Ltd.) ने कर्मचारियों के वैरिएबल पे (variable-pay) का भुगतान रोक दिया है. सूत्रों ने यह जानकारी दी है.सूत्रों के मुताबिक कंपनी ने मुख्य रूप से मार्जिन पर दबाव, अपनी प्रतिभा आपूर्ति श्रृंखला टैलेंट सप्लाई सीरीज में अक्षमता और टेक्नोलॉजी में निवेश के चलते वैरिएबल पे का भुगतान रोक दिया है. पीटीआई की खबर के मुताबिक, कंपनी (Wipro) ने एक ई-मेल के जरिये कर्मचारियों को वैरिएबल पे रोकने की जानकारी दी है.

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किसको कितना मिलेगा और किसको नहीं

खबर के मुताबिक, घटनाक्रम की जानकारी रखने वाले दो सूत्रों ने बताया कि कंपनी के अधिकारी (सी-सूट) स्तर के प्रबंधकों को वैरिएबल पे (Wipro employees variable-pay stop) का कोई हिस्सा नहीं मिलेगा, जबकि नए कर्मचारियों से लेकर टीम प्रमुख को कुल वैरिएबल पे का 70 प्रतिशत मिलेगा. विप्रो का जून, 2022 को खत्म चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही का एकीकृत शुद्ध लाभ सालाना आधार पर 21 प्रतिशत की गिरावट के साथ 2,563.6 करोड़ रुपये पर आ गया.कंपनी (Wipro) को एक साल पहले की समान तिमाही में (कंपनी के इक्विटी धारकों के कारण) में 3,242.6 करोड़ रुपये का लाभ हुआ था. 

 2,58,574 कर्मचारी हैं कार्यरत

विप्रो (Wipro)में 30 जून, 2022 तक 2,58,574 कर्मचारी कार्यरत थे. आईटी कंपनी ने कहा कि अप्रैल-जून तिमाही में कंपनी में 10,000 से अधिक कर्मचारी जुड़े हैं. कंपनी का Attrition रेट घटकर  23.3 फीसदी रहा.बेंगलुरु की कंपनी की आय 2022-23 की अप्रैल-जून तिमाही में सालाना आधार पर करीब 18 प्रतिशत बढ़कर 21,528.6 करोड़ रुपये पर पहुंच गई. वहीं सितंबर तिमाही के लिए कंपनी को अपनी आय के 281.7 करोड़ डॉलर से 287.2 करोड़ डॉलर के बीच रहने की उम्मीद है.

ब्रोकरेज फर्म ने विप्रो की रेटिंग में भी किया था बदलाव

पिछले महीने कंपनी (Wipro) के  नतीजे आने पर कई ब्रोकरेज फर्म ने विप्रो की रेटिंग में भी बदलाव किया. ब्रोकिंग फर्म Goldman Sachs ने विप्रो के शेयर में Sell की रेटिंग बरकरार रखी. ब्रोकरेज हाउस Credit Suisse ने शेयर पर न्यूट्रल रेटिंग बरकरार रखी. JP Morgan ने विप्रो के शेयर पर अंडरवेट रेटिंग दी. Macquarie ने विप्रो के शेयर पर आउटपरफॉर्म की रेटिंग दी है.