Vodafone Layoffs: वोडाफोन टेलीकॉम कंपनी में काम करने वाले कर्मचारियों के लिए बुरी खबर है. कंपनी अगले तीन साल में  11,000 कर्मचारियों को नौकरी से निकालने की योजना बना रही है. वोडाफोन ने यह फैसला फाइनेंशियल क्राइसिस से बचने के लिए लिया है. वोडाफोन के CEO ने इसको लेकर कहा कि बीते कुछ साल से कंपनी का परफॉर्मेंस काफी खराब हो गया है.जिसे ठीक करने के लिए यह फैसला लिया जा रहा है. 

मई में कंपनी के CEO नियुक्त हुए वैले

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मार्केट में JIO आने के बाद ये Vodafone, Airtel जैसी कंपनीयां निचे लुढ़कती गई. हालांकि वोडाफोन अपनी स्ट्रेटजी में लगातार बदलाव करते हुए मार्केट में बना रहा. लेकिन अब वोडाफोन भी निचे लुढ़कती जा रही है. इससे पहले कंपनी को ज्यादा नुक्सान पहुंचता कि दिसंबर की शुरुआत में कंपनी के मौजूदा CEO निक रीड ने सीईओ पद से इस्तीफा दे दिया. इस्तीफे के पांच महीने बाद अब कंपनी के नए सीईओ मार्गेरिटा डेला वैले नियुक्त किए गए.  

CEO  मार्गेरिटा डेला वैले का बड़ा फैसला

मई के शुरूआति सप्ताह में कंपनी के नए सीईओ बने मार्गेरिटा डेला वैले,, ने कंपनी को लॉस से बचाने के लिए यह बड़ा फैसला लेते हुए कहा कि, कंपनी अभी खराब परफॉर्मेंस के बीच जूझ रही है. जिससे निपटने के लिए मंगलवार को उन्होंने यह फैसला लिया. उन्होंने कहा कि कंपनी कई योजनओं FY24 के निवेश के बाद आने वाले तीन सालों में 11,000 कर्मचारियों की कटौती करेगी और जर्मनी टर्नअराउंड योजना, पर काम कर रही है, और हमें अपने मैन्युफैक्चरिंग के तरीकों में बदलाव करना होगा.

पहली तिमाही में बढ़ा 0.3 रेवेन्यू

इस साल कि पहली तिमाही में जर्मनी में 1.3 प्रतिशत की गिरावट देखने को मिली ,लेकिन अफ्रीका में हैंडसेट की अचानक से बिक्री  बढ़ी जिसकी वजह से कंपनी का रेवन्यू 0.3 प्रतिशत बढ़कर 45.7 बिलियन यूरो हो गया. नेट डेब्ट में 33.4 बिलियन यूरो की कमी आई  थी, उन्होंने कहा कि हम कंपनी को आगे बढ़ाने के लिए एक कमेटी तैयार करेंगे जो प्रोडक्ट्स और सर्विसेस को आगे बढ़ाने में मदद करेंगे.

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