अमेरिकी टेक कंपनी IBM भारत में बड़ा निवेश करने जा रही है. कंपनी की योजना देश में नए सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट सेंटर्स खोलने की है. अपनी इस डिजिटल जर्नी में कंपनी सरकार के साथ भागीदारी की संभावनाएं तलाश रही है. IBM के चेयरमैन एंड सीईओ अरविंद कृष्‍णा ने शुक्रवार को यह जानकारी दी. 

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कृष्णा ने भारत यात्रा के दौरान वित्‍त मंत्री निर्मला सीतारमण, टेलिकॉम मंत्री अश्विनी वैष्णव और आईटी राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर के साथ मुलाकात की. उन्होंने सलेक्‍ट मीडिया ब्रीफिंग में बताया कि कंपनी भारत सरकार के फैसले लेने की स्‍पीड को लेकर उत्‍साहित है. IBM ने खासतौर से ATMs, बारकोड और यूएस सोशल सिक्योरिटी नेट के लिए टेक्‍नोलॉजी और सिस्‍टम डिजाइन किया था.  

भारत को लेकर कंपनी बुलिश 

उन्होंने कहा, "हम भारत में अपने कारोबार को लेकर सकारात्‍मक हैं. फाइनेंशियल सर्विसेज, टेलिकॉम, सरकारी बिजनेस के साथ-साथ इंडस्ट्रियल सेक्‍टर में कंपनी की अच्छी पकड़ है. हम यहां अपने कारोबार की प्रगति से बहुत खुश हैं." कंपनी की परफॉर्मेंस के बारे में उनहोंने कहा कि जुलाई-सितंबर तिमाही के दौरान एशिया में बिजनेस अच्‍छा रहा, जिसमें भारत की बड़ी हिस्‍सेदारी रही. हालांकि, कंपनी कंट्री-स्‍पेशिफिक नंबर नहीं जारी करती है. उन्होंने कहा, ''मुझे लगता है कि भारत में पिछले दो दशकों में जो किया, अब उससे भी ज्यादा गोथ हासिल करने का यूनिक मौका है."

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सॉफ्टवेयर, कंसल्‍टेंसी से 70% रेवेन्‍यू  

ग्‍लोबल लेवल पर कंपनी का 70 फीसदी रेवेन्‍यू अब सॉफ्टवेयर एंड कंसल्‍टेंसी, हायर वैल्‍यू बिजनेसस से आएगा. सितंबर तिमाही के दौरान इन दोनों सेगमेंट में तगड़ी ग्रोथ दर्ज की गई. भारतीय मार्केट का रेवेन्‍यू ग्‍लोबल बिजनेस को रास्‍ता दिखाएगा. कृष्‍णा के सीईओ बनने के बाद IBM ने अपने हाइब्रिड क्‍लाउड और एआई क्षमताओं को बूस्‍ट देने के लिए 17 कंपनियों का अधिग्रहण किया. बीते 6 महीने के दोरान कंनी ने भारत के टियर-2 शहरों में विस्‍तार किया और हायरिंग की. IBM के बेंगलुरु, हैदराबाद और पुणे में बड़े सेंटर्स हैं. इसके अलावा दिल्‍ली में एक छोटा रिसर्च एंड डेवलपमेंट सेंटर है.