TCS: देश की सबसे बड़ी इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी (IT) सर्विस प्रोवाइडर कंपनी टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) नियर-टर्म में उठापटक के दौर से गुजरने के बावजूद रिसर्च एंड इनोवेशन, ऑफिस स्पेस और टेक्नोलॉजी इंफ्रास्ट्रक्चर में निवेश की रफ्तार को बरकरार रखेगी. TCS के चीफ फाइनेंशियल ऑफिसर (CFO) समीर सेकसरिया ने कहा कि कंपनी के सामान्य वेतन बढ़ोतरी जारी रखने के वादे से जून तिमाही में ऑपरेटिंग प्रॉफिट मार्जिन पर 1.70-1.75% तक का अतिरिक्त असर पड़ेगा. उन्होंने कहा कि प्रमुख आंकड़ा नए वित्त वर्ष में आगे जाकर स्थिर हो जाएगा.

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उन्होंने कहा कि कंपनी आम तौर पर रिसर्च एंड इनोवेशन में 1,200-1,500 करोड़ रुपये खर्च करती है और 3,000-4,000 करोड़ रुपये कैपिटल एक्सपेंडिचर के रूप में काम और ऑफिस स्पेस के लिए जरूरी ‘बैक-एंड’ टेक्नोलॉजी पर खर्च करती है और इसे आगे भी जारी रखना चाहिए.

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सिलकॉन वैली बैंक के डूबने का असर BFSI सेक्टर पर पड़ा

सेकसरिया ने पीटीआई-भाषा से कहा, हम प्रतिभा, रिसर्च, इनोवेशन, ब्रांडिंग और इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी में निवेश जारी रखेंगे. मुझे नहीं लगता कि हमें कोई नई प्रक्रिया अपनानी चाहिए. कंपनी को टेक्नोलॉजी सेक्टर में नौकरियां घटने और अमेरिका के सिलकॉन वैली बैंक (Silicon Valley Bank- SVB) की विफलता के बाद कमजोर हुई धारणा के कारण व्यापार को उसके सबसे बड़े बाजार उत्तर अमेरिका में बैंकिंग, फाइनेंशियल सर्विसेज और इंश्योरेंस (BFSI) सेक्टर में काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा है.

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सेकसरिया ने वित्त वर्ष 2022-23 में रेवेन्यू में 13.7% ग्रोथ को अच्छी ग्रोथ बताया जबकि इससे पिछले वित्त वर्ष (2021-22) में कंपनी ने लगभग 15% की दर से ग्रोथ की थी. सकसरिया ने कहा कि कंपनी को नए साल की शुरुआत से हालात में सुधार की उम्मीद है. हालांकि सेकसरिया ने चालू वित्त वर्ष 2023-24 में रेवेन्यू ग्रोथ या प्रॉफिट मार्जिन के लिए कंपनी की योजना का खुलासा नहीं किया.

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