TATA Group की कंपनी टाटा पावर (TATA Power) नोएडा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे (NIA) को क्लीन की सप्लाई के लिए सौर और पवन ऊर्जा क्षमताओं और संबंधित बुनियादी ढांचे के विकास के लिए 550 करोड़ रुपये का निवेश करेगी. टाटा पावर (Tata Power) ने उत्तर प्रदेश में बन रही नोएडा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा परियोजना के साथ दो बिजली खरीद समझौतों (पीपीए) पर हस्ताक्षर किए हैं. 

550 करोड़ डॉलर का निवेश करेगी टाटा पावर

COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

टाटा पावर ने बताया, "टाटा पावर ने नोएडा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा (एनआईए) के साथ नवीकरणीय ऊर्जा एकीकरण के लिए रणनीतिक साझेदारी की है. टाटा पावर सौर और पवन ऊर्जा आपूर्ति तथा स्मार्ट ऊर्जा अवसंरचना के विकास में 550 करोड़ रुपये (6.6 करोड़ डॉलर) का निवेश करेगी." 

कितने मेगावाट एनर्जी की करनी है सप्लाई?

इस व्यवस्था के तहत, टाटा पावर की इकाई टाटा पावर ट्रेडिंग कंपनी लिमिटेड (TPTCL) टाटा पावर रिन्यूएबल एनर्जी लिमिटेड (TPREL) की सुरक्षित परिसंपत्तियों के साथ हवाई अड्डे को 10.8 मेगावाट पवन ऊर्जा की आपूर्ति करेगी. 

TPREL, हवाई अड्डे की समग्र ऊर्जा आवश्यकताओं में योगदान देने के लिए 13 मेगावाट की ऑनसाइट सौर ऊर्जा क्षमता का विकास, संचालन और रखरखाव भी करेगी. 

ग्रीन एनर्जी की तरफ कदम

टाटा पावर के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (CEO) और प्रबंध निदेशक प्रवीर सिन्हा ने कहा, “यह सहयोग शुद्ध शून्य हवाई अड्डा के विकास में सहायता करेगा, लाखों भारतीयों की ज़रूरतों को पूरा करेगा और देश को हरित भविष्य की ओर ले जाएगा.” 

हर साल 1.2 करोड़ पैसेंजर्स की होगा आवाजाही

नोएडा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के पहले चरण में एक हवाई पट्टी और एक टर्मिनल होगा, जिसकी क्षमता सालाना 1.2 करोड़ यात्रियों की आवाजाही को संभालने की होगी. पूरी तरह तैयार होने पर हवाई अड्डे की सालाना क्षमता सात करोड़ यात्रियों की होगी.