Tata Motors Dividend: टाटा ग्रुप की कंपनी टाटा मोटर्स ने मार्च तिमाही के नतीजे जारी कर दिए हैं. कंपनी घाटे से मुनाफे में आ गई है. साथ ही शेयरहोल्डर्स के लिए भी बड़ी खुशखबरी दी. जनवरी से मार्च की अवधि में कंपनी को 5407 करोड़ रुपए का मुनाफा हुआ है. इसके साथ ही कंपनी ने 100 फीसदी के डिविडेंड का भी ऐलान किया है. इसके अलावा टाटा मोटर्स डीवीआर के निवेशकों को भी 105 फीसदी के डिविडेंड को मंजूरी मिली है.

निवेशकों को मिलेगा बंपर डिविडेंड

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एक्सचेंज को दी जानकारी के मुताबिक बोर्ड ने 2 रुपए के फेस वैल्यु पर 2 प्रति शेयर के फाइनल डिविडेंड को मंजूरी दी है. साथ ही टाटा मोटर्स डीवीआर से शेयरधारकों को 2 रुपए फेस वैल्यु पर 2.10 रुपए के डिविडेंड को मंजूरी मिली है. अगर AGM में मंजूरी मिलती है, तो निवेशकों को 14 अगस्त, 2023 तक डिविडेंड की रकम मिल जाएगी. 

डिविडेंड क्या होता है?

डिविडेंड एक तरह का भुगतान है, जो कंपनी अपने शेयरहोल्डर्स को करती है. जब आप डिविडेंड का पेमेंट करने वाले शेयरों के ओनर होते हैं, तब आपको कंपनी के मुनाफे के एक हिस्से का पेमेंट किया जाता है. जो आपको इनकम अर्न करने में मदद कर सकता है. डिविडेंड को भुगतान करने वाली कंपनी के शेयरहोल्डर्स तब तक एलिजिबल होते हैं, जब तक डिविडेंड प्री-डेट से पहले उनके पास होता है.

डिविडेंड का पमेंट कंपनी की रिटेन्ड अर्निंग से भी किया जा सकता है. जो सालों से जमा किए गए प्रॅाफिट का एक प्रकार का सेविंग अकाउंट है. कंपनियां स्टॉक में डिविडेंड का पेमेंट भी कर सकती हैं. जिसका मतलब है कि वे कैश के बजाय इक्विटी शेयर देती हैं. डिविडेंड को देने या न देने का फैसला खुद कंपनी का होता है. कंपनी के शेयरों को डिविडेंड यील्ड स्टॅाक्स कहते हैं. 

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