Tata Group: सेमीकंडक्टर के मोर्चे पर टाटा ग्रुप ने बड़ा ऐलान किया है. टाटा ग्रुप का प्लान है कि अगले कुछ सालों में वो देश में सेमीकंडक्टर का प्रोडक्शन शुरू करेगा. टाटा संस के चेयरमैन नटराजन चंद्रशेखरन ने जापान के मुख्य बिजनेस न्यूज पेपर निक्केई एशिया को दिए एक इंटरव्यू में इस बात की जानकारी दी है. बता दें कि टाटा ग्रुप देश में नमक से लेकर स्टील तक बनाता है, ऐसे में टाटा ग्रुप अगर सेमीकंडक्टर का प्रोडक्शन करने लग जाएगा तो ग्लोबल लेवल पर चिप की सप्लाई चेन का एक अहम हिस्सा बनने में देश को काफी मदद मिल सकती है. एन चंद्रशेखरन ने इंटरव्यू में बताया कि कंपनी इलेक्ट्रिक व्हीकल्स जैसे क्षेत्रों में कुछ और नए बिजनेस शुरू करने का प्लान बना रही है. 

ये कंपनी देश में बनाएगी सेमीकंडक्टर

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बता दें कि टाटा ग्रुप की टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स देश में सेमीकंडक्टर प्रोडक्शन का काम करेगी. टाटा संस के चेयरमैन ने कहा कि हमने टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स बनाया है, इसके तहत हम सेमीकंडक्टर एसेम्बली टेस्टिंग बिजनेस शुरू करने जा रहे हैं. बता दें कि टाटा ग्रुप ने साल 2020 में इलेक्ट्रॉनिक कंपोनेंट्स की मैन्यूफैक्चरिंग के उद्देश्य से टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स को बनाया था. 

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मैन्यूफैक्चरिंग कंपनी के साथ कर सकती है टाईअप

चंद्रशेखरन ने आगे कहा कि सेमीकंडक्टर के प्रोडक्शन को लेकर अलग-अलग एंटिटी से बातचीत जारी है. इस बयान से ये मतलब निकाला जा रहा है कि आने वाले समय में टाटा ग्रुप सेमीकंडक्टर बनाने वाली किसी मौजूदा कंपनी के साथ साझेदारी कर सकती है. 

 

दूसरे वेंचर भी शुरू करने का है प्लान

अखबार को दिए इंटरव्यू के मुताबिक, एन चंद्रेशेखरन ने अपने इंटरव्यू में इस बात की भी जानकारी दी कि एक अपस्ट्रीम चिप फैब्रिकेशन प्लेटफॉर्म लॉन्च किया जा सकता है. सेमीकंडक्टर की मैन्यूफैक्चरिंग में भारी निवेश की जरूरत होती है. एन चंद्रशेखरन ने बताया कि टाटा ग्रुप्स ने अगले 5 सालों में 90 अरब डॉलर का निवेश (करीब 7.4 लाख करोड़ रुपए) की योजना बनाई है.