जापान के सॉफ्टबैंक (SoftBank) ग्रुप कॉर्पोरेशन की तरफ से लॉजिस्टिक्स कंपनी Delhivery में बल्क डील के जरिए एक बड़ी हिस्सेदारी बेचने की खबरें आ रही है. यह आंकड़ा करीब 1250 करोड़ रुपये बैठता है. इस तरह कंपनी में करीब 4 फीसदी हिस्सेदारी सॉफ्टबैंक बेचने की खबर है. हालांकि, इसके बावजूद उसके पास डेल्हीवरी में लगभग 10-11 फीसदी की हिस्सेदारी बचेगी.

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यह शेयर सॉफ्टबैंक के SVF Doorbell (Caymen) के पास थे, जिसने यह डील की है. आज 17 नवंबर को सुबह करीब 9.20 पर 1.8 करोड़ शेयर यानी करीब 2.5 फीसदी इक्विटी का एक बड़ा ट्रेड हुआ है, जिसकी वैल्यू लगभग 747 करोड़ रुपये है. यह डील 403 रुपये प्रति शेयर के हिसाब से हुई बताई जा रही है.

क्या है कंपनी के शेयर का हाल?

गुरुवार को कंपनी का शेयर 413.85 रुपये से स्तर पर बंद हुआ था. आज 17 नवंबर को कंपनी का शेयर 7 रुपये गिरकर सुबह 406.85 रुपये के लेवल पर खुला. उसके बाद कंपनी के शेयरों में और गिरावट देखने को मिली. दोपहर तक कंपनी का शेयर 403 रुपये के करीब कारोबार कर रहा था. इस दौरान एक वक्त ऐसा भी आया था, जब कंपनी के शेय 398.50 रुपये के लेवल तक गिर गए थे.

हाल ही में आए थे Delhivery के नतीजे

हाल ही में लॉजिस्टिक्स सॉल्यूशन प्रोवाइडर Delhivery ने अपने तिमाही नतीजे जारी किए थे. इसमें कंपनी ने बताया कि वह अपना घाटा 59 फीसदी कम करने में सफल रही है. इस साल कंपनी का नुकसान 103 करोड़ रुपये रहा, जो पिछले साल 254 करोड़ रुपये था. वहीं कंपनी के रेवेन्यू में पिछले साल की तुलना में करीब 8 फीसदी की तेजी देखने को मिली. इस साल यह आंकड़ा 1942 करोड़ रुपये रहा, जो पिछले साल इसी तिमाही में 1796 करोड़ रुपये था. 

जून तिमाही में भी हुआ था नुकसान

लॉजिस्टिक्स कंपनी डेल्हीवेरी को जून 2023 तिमाही में नुकसान हुआ था. इस तिमाही में कंपनी का शुद्ध घाटा कम होकर 89.5 करोड़ रुपये हो गया. घाटा कम होने की वजह रही कंपनी का तगड़ा रेवेन्यू. कंपनी ने एक नियामक फाइलिंग में कहा था कि पिछले वित्त वर्ष (2022-23) की अप्रैल-जून अवधि के दौरान उसे 399.3 करोड़ रुपये का शुद्ध घाटा हुआ था. कंपनी की कुल आय एक साल पहले की तिमाही में 1,794.5 करोड़ रुपये से बढ़कर 2,031.1 करोड़ रुपये हो गई. 

कंपनी का इसी अवधि में टैक्स के बाद घाटा साल-दर-साल आधार पर 78 प्रतिशत और तिमाही-दर-तिमाही आधार पर 44 प्रतिशत कम हुआ, जो वित्त वर्ष 2023 की चौथी तिमाही में 159 करोड़ रुपये था. सेवाओं से कंपनी का राजस्व Q1 FY24 में 11 प्रतिशत बढ़कर 1,930 करोड़ रुपये हो गया, जो Q1 FY23 में 1,746 करोड़ रुपये था.