ऑनलाइन फूड डिलीवरी कंपनी जोमैटो (Zomato) में दिग्गज निवेशक सॉफ्टबैंक (SoftBank) ने करीब 1.07 फीसदी हिस्सेदारी बेच दी है. अभी तक सॉफ्टबैंक के पास एंटिटी SVF Growth (Singapore) Pte के जरिए जोमैटो में करीब 2.22 फीसदी की हिस्सेदारी थी. सॉफ्टबैंक की तरफ से यह सौदा प्री-ओपन मार्केट के दौरान हुआ, जिसमें जोमैटो के करीब 9.27 करोड़ शेयरों का सौदा हुआ है. यह डील करीब 1040.50 करोड़ रुपये में हुई है. ब्लॉक डील के जरिए जोमैटो के शेयरों को 111.2 रुपये की औसत कीमत पर बेचा गया है, जो 19 अक्टूबर के जोमैटो के बंद भाव से मामूली कम है. 

स्टॉक में आई तेजी

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अगर पिछले 6 महीनों के आंकड़ों को देखें तो जोमैटो के शेयरों में लगभग 100 फीसदी का उछाल देखने को मिला है यानी शेयर के भाव करीब दोगुने हो गए हैं. आज भी ब्लॉक डील की खबर के बाद कंपनी के शेयरों में तेजी देखने को मिल रही है. आखिरी सत्र में बाजार 111.65 रुपये के स्तर पर बंद हुआ था, जो आज मामूली बढ़त के साथ 114 रुपये के स्तर पर खुला. वहीं शुरुआती कारोबार में ही कंपनी का शेयर करीब 2.5 फीसदी तक चढ़ गया और 114.50 रुपये तक के लेवल पर जा पहुंचा. मौजूदा वक्त में जोमैटो का मार्केट कैप करीब 96,972 करोड़ रुपये का है.

पहले भी सॉफ्टबैंक ने बेची दी हिस्सेदारी

ये पहली बार नहीं है जब सॉफ्टबैंक ने प्लॉक डील के जरिए जोमैटो के शेयर बेचे हैं. अगस्त के महीने में कंपनी ने जोमैटो के करीब 940 करोड़ रुपये के शेयर बेचे थे. इसके बाद अक्टूबर में ही पॉलिसीबाजार की पैरेंट कंपनी पीबी फिनटेक ने 876 करोड़ रुपये में 2.54 फीसदी हिस्सेदारी बेची थी.

Tiger Global ने भी बेची थी हिस्सेदारी

Zomato के टॉप निवेशकों में से एक Tiger Global Management ने अगस्त अंत में कंपनी से अपनी सारी हिस्सेदारी बेच दी थी. कंपनी ने करीब 12.34 करोड़ शेयर 1123.85 करोड़ रुपये में बेचे थे. यह शेयर बल्क डील के तहत बेचे गए, जिसके लिए प्रति शेयर भाव 91.01 रुपये तय किया गया था. यह शेयर कंपनी के Internet Fund III PTE Ltd ने बेचे थे.

पिछले साल भी बेची थी हिस्सेदारी

पिछले साल अगस्त में उबर ने जोमैटो में अपना 7.8 फीसदी स्टेक 3087.93 करोड़ रुपये में बेच दिया था. हालांकि, बीएसई के आंकड़ों के अनुसार उसी दिन इन्वेस्टमेंट फर्म Fidelity Investments और ICICI Prudential Life Insurance Company ने इसमें हिस्सेदारी खरीद ली थी. इस बार भी टाइगर ग्लोबल की तरफ से शेयर्स बेचे जाने के बाद घरेलू म्यूचुअल फंड्स की तरफ से कंपनी के शेयर्स में खरीदारी की खबरें सुनने को मिल रही हैं.