SBI Q2 Results: दिग्गज सरकारी बैंक State Bank of India ने वित्तवर्ष- 2025 की दूसरी तिमाही के लिए अपने नतीजे जारी कर दिए हैं. बैंक के नतीजे बढ़िया रहे हैं. बैंकिंग सेक्टर में अब तक के सबसे अच्छे नतीजे एसबीआई ने दिया है. कंपनी का मुनाफा तो बढ़ा ही है, इसकी असेट क्वॉलिटी भी सुधरी है. हालांकि, इसके बाद बैंक के शेयरों में गिरावट दर्ज की गई. SBI के शेयर (SBI Share Price) 2% तक गिरकर 842 रुपये के आसपास ट्रेड कर रहे थे. एसबीआई का जुलाई-सितंबर तिमाही में मुनाफा 18,330 करोड़ रहा है, अनुमान 16,400 करोड़ का अनुमान रहा है. मुनाफा 14,330 करोड़ से बढ़कर 18,330 करोड़ पर रहा है.

SBI Q2 Results

COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

SBI ने शुक्रवार को तिमाही नतीजों की जानकारी देते हुए कहा कि जुलाई-सितंबर की अवधि में एकल आधार पर उसका शुद्ध लाभ 18,331 करोड़ रुपये रहा, जो एक साल पहले की समान तिमाही में 14,330 करोड़ रुपये था। पिछली तिमाही (अप्रैल-जून) में यह 17,035 करोड़ रुपये था. इसअवधि में बैंक की कुल आय बढ़कर 1.29 लाख करोड़ रुपये हो गई, जो एक साल पहले इसी अवधि में 1.12 लाख करोड़ रुपये थी. दूसरी तिमाही में बैंक का कुल खर्च बढ़कर 99,847 करोड़ रुपये हो गया, जो पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में 92,752 करोड़ रुपये था. डूबे कर्ज के लिए बैंक का प्रावधान 1,814 करोड़ रुपये से करीब दोगुना होकर 3,631 करोड़ रुपये हो गया. बैंक का सकल गैर-निष्पादित आस्तियां (NPA) अनुपात 30 सितंबर को 2.13 प्रतिशत रहा, जबकि जून में यह 2.21 प्रतिशत था.

मार्केट गुरु अनिल सिंघवी ने कहा कि एसबीआई के नतीजे ऐसे हैं कि मूड खराब नहीं करेंगे. दूसरे बैंकों के मुकाबले अबतक के सबसे अच्छे नतीजे रहे. बैंक की असेट क्वालिटी कंट्रोल में है. स्लिपेजेज पर बड़ा आंकड़ा आया नहीं है. शेयरों में गिरावट के पीछे निवेशकों की लॉन्ग पोजीशन हो सकती है. वैसे भी मार्केट में डिमांड सप्लाई के आधार पर ही चीजें चलती हैं. लोग अच्छे नतीजों पर भी बेचते हैं, बुरे नतीजों पर भी बेचते हैं.

अगर SBI को लॉन्ग टर्म निवेश के तौर पर देखें तो ये नतीजे अच्छे हैं. इस स्टॉक पर अब ब्रोकरेजेज की ओर से अपग्रेड भी आते दिख सकते हैं.