रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (RIL) ने चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में मुनाफे में 8.82 फीसदी की वृद्धि दर्ज की है जो कि 10,251 करोड़ रुपये रही. इस पर वैश्विक वित्तीय सेवा फर्म यूबीएस (UBS) ने कहा कि मुकेश अंबानी की अगुवाई वाली RIL में एक एकीकृत ऊर्जा कंपनी से अमेजन या अलीबाबा जैसी उपभोक्ता दिग्गज में बदलने की वास्तविक क्षमता है. यूबीएस ने 100 पन्नों की व्यापक रिपोर्ट में कहा कि RIL दूरसंचार और मीडिया में बाजार नेतृत्वकर्ता बन सकती है, जबकि खुदरा/ईकॉमर्स के क्षेत्र में कंपनी महत्वपूर्ण बाजार हिस्सेदारी हासिल करेगी.

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रिपोर्ट में कहा गया है कि इसकी सफलता एक पारिस्थितिकी तंत्र या बंडल्ड रणनीति पर आधारित होगी, और कंपनी को घरेलू कंपनी होने का लाभ मिलेगा, जिस प्रकार से अलीबाबा चीन में स्पष्ट या निहित रूप से नीतिगत समर्थन से सफल हुई है." RIL ने वित्त वर्ष 2017-18 की तीसरी तिमाही में 9,420 करोड़ रुपये का मुनाफा दर्ज किया था. 

'वाइब्रेंट गुजरात ग्लोबल समिट 2019' को 18 जनवरी को संबोधित करते हुए रिलायंस इंडस्ट्रीज के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक (CMD) मुकेश अंबानी ने घोषणा की थी कि रिलांयस अगले दशक में अपने निवेश और रोजगार की संख्या को बढ़ाकर दोगुना कर देगी. 

उन्होंने कहा कि रिलायंस जियो (Jio) और रिलायंस रिटेल छोटे खुदरा विक्रेताओं के लिए जल्द ही एक नया ई-कॉमर्स प्लेटफार्म लॉन्‍च करेगी. इसे सबसे पहले गुजरात में लांच किया जाएगा और उसके बाद देश भर में लांच किया जाएगा. उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से 'डेटा औपनिवेशीकरण' के खिलाफ लड़ाई का नेतृत्व करने की गुजारिश की.