पिछले दिनों राजेश गोपीनाथन (Rajesh Gopinathan)ने टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज के मैनेजिंग डायरेक्टर एंड सीईओ (TCS MD & CEO) पद से इस्तीफा देने का ऐलान किया. हालांकि, वे अपने रोल में 15 सितंबर 2023 तक बने रहेंगे. ताजा खबर ये है कि टाटा संस के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन उन्हें सितंबर के बाद भी कंपनी से जोड़े रखना चाहते हैं. उन्हें एडवाइजरी ग्रुप में शामिल किया जा सकता है. टाटा समूह के सूत्रों ने यह जानकारी दी. टाटा संस और टीसीएस ने इस बारे में कोई भी जानकारी देने से इनकार कर दिया. 

ग्रुप को भरोसेमंद व्यक्ति की जरूरत

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सूत्रों ने बताया कि समूह को एक भरोसेमंद और अनुभवी व्यक्ति चाहिए, इसलिए दोनों अधिकारियों के बीच इस बारे में शुरुआती दौर की बातचीत चल रही है. एक सूत्र ने बताया, ‘‘गोपीनाथन के नोटिस की अवधि 15 सितंबर को खत्म हो जाएगी. इसके बाद भी टाटा ग्रुप में गोपीनाथन को सलाहकार भूमिका में बनाए रखने के बारे में चंद्रशेखरन ने उनसे बात की है.’’ हालांकि गोपानाथन ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा था कि टाटा ग्रुप के साथ परामर्शदाता के तौर पर जुड़ने की उनकी तत्काल कोई योजना नहीं है. 

16 मार्च को इस्तीफे का ऐलान

16 मार्च 2023 को राजेश गोपीनाथन ने TCS के सीईओ पद से इस्तीफा देने का ऐलान किया था.  उनके जाने के बाद के कृतिवासन टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज की कमान संभालेंगे. वे वर्तमान में BFSI वर्टिकल के ग्लोबल प्रमुख हैं. बैंकिंग, फाइनेंशियल सर्विसेंज एंड इंश्योरेंस TCS का सबसे ज्यादा ज्यादा रेवेन्यू जेनरेट करने वाला वर्टिकल है.

फरवरी 2017 में संभाली थी जिम्मेदारी

बता दें कि फरवरी 2017 में एन चंद्रशेखरन के बाद राजेश गोपीनाथन ने टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज के CEO की जिम्मेदारी संभाली थी. चंद्रशेखरन को टाटा संस का चेयरमैन नियुक्त किया गया था. चंद्रशेखरन साल 2009 में  TCS के सीईओ नियुक्त किए गए थे. उन्होंने ही 2013 में राजेश गोपीनाथन को कंपनी का CFO नियुक्त किया था.

(भाषा इनपुट के साथ)

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