पोलारिस स्मार्ट मीटरिंग को उत्तर प्रदेश में 5,200 करोड़ रुपये की दो स्मार्ट मीटर परियोजनाएं मिली हैं. पोलारिस स्मार्ट मीटरिंग ने सोमवार को बयान में कहा कि मध्यांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड (MVVNL) ने लखनऊ और अयोध्या/देवीपाटन के महत्वपूर्ण क्लस्टर में 51 लाख से ज्यादा स्मार्ट मीटर लगाने का ठेका दिया है. इन स्मार्ट मीटर को कंपनी अगले 27 महीने में लगाने की तैयारी कर रही है. 

लेटेस्ट टेक्नोलॉजी से लैस मीटर

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कंपनी ने कहा कि समझौते के मुताबिक, पोलारिस स्मार्ट मीटरिंग अगले 10 साल तक उपभोक्ताओं के लिए इन स्मार्ट मीटरों की आपूर्ति करेगी, इन्हें चालू करेगी, लगाएगी और इनका रखरखाव करेगी. ये स्मार्ट मीटर लेटेस्ट तकनीक से लैस होंगे, जो प्रीपेड बिलिंग, वास्तविक समय में ऊर्जा निगरानी, ​​सटीक मीटरिंग और बेहतर ग्रिड प्रबंधन क्षमताएं प्रदान करेंगे. यह अनुबंध डिज़ाइन-उत्पादन-वित्तपोषण-परिचालन-स्वामित्व-हस्तांतरण (DBFOOT) समझौते के अंतर्गत आता है. 

इन राज्यों में मिले ₹2400 करोड़ के प्रोजेक्ट

पोलारिस को पश्चिम बंगाल और मणिपुर से दोनों राज्यों में 23 लाख से अधिक स्मार्ट मीटर लगाने का 2,400 करोड़ रुपये से अधिक के आशय पत्र (एलओए) भी प्राप्त हुए हैं. कंपनी ने कहा कि इस परियोजना की प्रयारिटी डिस्कॉम (बिजली वितरण कंपनियों) के घाटे को कम करना और स्मार्ट प्रीपेड मीटर पेश करके उपभोक्ताओं को सशक्त बनाना है, जिससे वे अपनी ऊर्जा खपत पर बेहतर नियंत्रण रख सकें. 

बिजली चोरी में लगेगी लगाम

पोलारिस स्मार्ट मीटरिंग के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (CEO) यशराज खेतान ने कहा, हमारे स्मार्ट मीटरिंग समाधान उपभोक्ताओं को उनकी ऊर्जा खपत में सशक्त बनाएंगे, साथ ही साथ ग्रिड दक्षता में सुधार, बिजली चोरी में कमी लाएंगे और पर्यावरण अनुकूलता के मामले में राज्य सरकारों को पर्याप्त लाभ प्रदान करेंगे. जयपुर की पोलारिस स्मार्ट मीटरिंग परियोजनाओं के विनिर्माण और कार्यान्वयन में सक्रिय है.