मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल में कैबिनेट मंत्रियों ने अपना कार्यभार संभालना शुरू कर दिया है. पेट्रोलियम मंत्री का पद फिर से संभालने के बाद ही हरदीप सिंह पुरी ने मंगलवार को कई अहम बयान दिए हैं. उन्होंने चार्ज लेते ही कहा कि पेट्रोल-डीजल को GST के दायरे में लाने का प्रयास होता रहेगा. इस बारे में पहले भी बात होती रही है और कैबिनेट मंत्री ने अपने नए कार्यकाल के पहले ही दिन इसपर बयान दिया है.

कहां होगा पेट्रोलियम मंत्री का फोकस

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हरदीप सिंह पुरी ने कहा कि पेट्रोल डीजल की कोई कमी नहीं है. दोनों कमोडिटीज को जीएसटी के दायरे में लाने का प्रयास करेंगे. पेट्रोलियम क्षेत्र में लगातार सुधार हो रहे हैं. इसके साथ ही ग्रीन हाइड्रोजन और रिफाइनरी के विस्तार पर फोकस रहेगा. एक्सप्लोरेशन और प्रोडक्शन बढ़ाने पर जोर रहेगा. Oil & Gas PSUs का प्रॉफिट 1.50 लाख करोड़ के पार पहुंच गया है. पेट्रोल और डीजल को अफोर्डेबल रेंज में रखने की कोशिश रहेगी. 

BPCL पर भी आया बयान

पेट्रोलियम मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने ये भी बताया कि BPCL जल्द ही एक नई रिफाइनरी खोलेगी. रिफाइनरी की क्षमता और जगह फिलहाल तय नहीं है. इसके साथ सरकार का लक्ष्य इथेनॉल ब्लेंडिंग का टारगेट पूरा करना भी होगा. उन्होंने कहा कि जल्द 15% एथेनॉल ब्लेंडिंग का लक्ष्य हासिल कर लेंगे. 2030 तक 20% एथेनॉल ब्लेंडिंग का लक्ष्य है. मंत्री ने कहा कि सरकारी तेल कंपनियों में हिस्सा बिक्री के पक्ष में नहीं हैं.

इस बयान के बीच BPCL के शेयरों में करीब 2% की तेजी दर्ज हो रही थी. स्टॉक 608 रुपये के भाव के आसपास चल रहा था. IOCL भी डेढ़ पर्सेंट ऊपर चल रहा था. HPCL भी हरे निशान में था.