ONGC Videsh gets Navratna status: वित्‍त मंत्रालय ने गुरुवर को ओएनजीसी विदेश लिमिटेड (ONGC Videsh Ltd) को अपग्रेड कर 'नवरत्‍न' का दर्जा दे दिया. मंत्रालय की मंजूरी के बाद ओएनजीसी विदेश अब कैटेगरी- 1 'मिनीरत्‍न' से 'नवरत्‍न' सेंट्रल पब्लिक सेक्‍टर एंटरप्राइस (CPSE) हो गई है. CPSEs की लिस्‍ट में ओएनजीसी विदेश 14वीं नवरत्‍न कंपनी हो गई है. यह पेट्रोलियम एंड नेचुरल गैस सेक्‍टर की CPSE है. वित्‍त वर्ष 2023 के दौरान इसका सालाना टर्नओवर 11,676 करोड़ और नेट प्रॉफिट 1700 करोड़ रुपये रहा.

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नवरत्‍म बनने के लिए कंपनी का पहले मिनीरत्‍न स्‍टेटस होना चाहिए. साथ ही इनके बोर्ड में चार स्‍वतंत्र निदेशक होने भी जरूरी है. इसके लावा कंपनी को नेट वर्थ, नेट प्रॉफिट, कुल उत्‍पादन लागत, मैनपावर लागत, सर्विस लागत, PBDIT जैसे कई मानकों में 100 में से 60 अंक हासिल करना जरूरी होता है. 

'नवरत्‍न' कंपनियों की लिस्‍ट में भारत इलेक्‍ट्रॉनिक्‍स लिमिटेड, कंटेनर कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया, इंजीनियर्स इंडिया लिमिटेड, हिंस्‍दुस्‍तान एयरोनॉटिक्‍स लिमिटेड, एमटीएनएल, नेशनल एल्‍युमीनियम कंपनी लिमिटेड, एनबीसीसी, एनएमडीसी, रेल विकास निगम लिमिटेड, राष्‍ट्रीय इस्‍पात निगम लिमिटेड, शिपिंग कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया जैसी कंपनियां शामिल हैं. 

डिपार्टमेंट ऑफ पब्लिक एंटरप्राइजेज यानी लोक उद्यम विभाग की वेबसाइट पर उपलब्ध जानकारी के मुताबिक. देश में इस समय 13 महारत्न कंपनियां हैं. बुधवार को 'ऑयल इंडिया' को महारत्‍न का दर्ज दिया गया. इसी तरह, ओनएजीसी विदेश को नवरत्‍न का दर्ज दिए जाने के बाद देश में कुल 14 नवरत्न कंपनियां (Navratna CPSE) हो गई हैं. Miniratna I CPSE कैटिगरी में कुल 62 कंपनियां शामिल हैं.  Miniratna II CPSE लिस्ट में कुल 11 नाम शामिल किए गए हैं. 

 

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