ONGC Dividend: सरकारी कंपनियों के डिविडेंड से सरकार को इस बार तगड़ा मुनाफा हुआ है. इसमें एनर्जी सेक्टर की ONGC का नाम भी शामिल है. पब्लिस सेक्टर की इस कंपनी ने डिविडेंड के तौर पर सरकार को 5001 करोड़ रुपए का पेमेंट किया हैं. DIPAM सचिव ने सोमवार को सोशल मीडिया पर इसकी जानकारी दी. बता दें कि चालू वित्त वर्ष में सरकार को सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों (CPSE) से कुल 23,797 करोड़ रुपए का डिविडेंड मिल चुका है.

डिविडेंड के रूप में मिला ₹5001 करोड़

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निवेश एवं लोक संपत्ति प्रबंधन विभाग (दीपम) के सचिव तुहिन कांत पांडेय ने सोशल मीडिया पर बताया कि सरकार को ONGC से डिविडेंड के रूप में करीब 5,001 करोड़ रुपए मिले हैं. दीपम ने 2020 में CPSE को एक सुसंगत डिविडेंड पॉलिसी का पालन करने और प्रॉफिटेबिलिटी, निवेश की आवश्यकताओं, कैश/रिजर्व और नेटवर्थ जैसे फैक्टर्स को ध्यान में रखते हुए हायर डिविडेंड का पेमेंट करने का प्रयास करने की सलाह दी थी.

क्या कहती है गाइडलाइंस?

गाइडलाइंस के मुताबिक CPSE को टैक्स के बाद प्रॉफिट का 30 प्रतिशत (PAT) या नेटवर्थ का पांच फीसदी, जो भी अधिक हो उसका न्यूनतम सालाना डिविडेंड देना आवश्यक है. दीपम की वेबसाइट के मुताबिक चालू वित्त वर्ष में अबतक सरकार को कुल 23,796.55 करोड़ रुपए का डिविडेंड मिल चुका है.

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