Noel Tata, Tata Trust Chairman: रतन टाटा के निधन के बाद उनका उत्तराधिकारी चुनने के लिए टाटा ट्रस्ट की बोर्ड बैठक हुई. न्यूज एजेंसी पीटीआई-भाषा के मुताबिक इस बैठक में नोएल टाटा के नाम पर मुहर लगी है. ट्रस्ट का चेयरमैन नियुक्त करने के लिए ट्रस्ट डीड में स्पष्ट गाइडलाइंस दी गई हैं. नोएल टाटा, रतन टाटा के सौतेले भाई हैं, साथ ही वह, सर दोराबजी के ट्रस्टी भी हैं. आपको बता दें कि रतन टाटा का  9 अक्टूबर को देर रात निधन हो गया था. 10 अक्टूबर को राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया था. उन्होंने किसी को अपना उत्तराधिकारी नियुक्त नहीं किया था.

टाटा ट्रस्ट ने जारी किया बयान, सर्वसम्मति से लिया गया निर्णय

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टाटा ट्रस्ट के बयान के मुताबिक,'टाटा ट्रस्ट्स के विभिन्न ट्रस्टों के ट्रस्टी आज मुंबई में एक संयुक्त मीटिंग में मिले. उन्होंने टाटा ट्रस्ट्स के अध्यक्ष, रतन एन.टाटा के निधन पर शोक व्यक्त किया और न केवल टाटा समूह के लिए बल्कि राष्ट्र निर्माण के लिए भी उनकी अतुलनीय सेवाओं को याद किया. इसके तुरंत बाद, अलग-अलग बैठकों में, श्री नोएल नवल टाटा को टाटा ट्रस्ट्स का गठन करने वाले विभिन्न ट्रस्टों का अध्यक्ष नियुक्त करने और उन्हें टाटा ट्रस्ट्स का अध्यक्ष नामित करने का सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया. उनकी नियुक्ति तत्काल प्रभाव से लागू होती है.'

टाटा स्टील और टाइटन के वाइस चैयरमैन हैं नोएल टाटा

नोएल टाटा मौजूदा समय में टाटा ग्रुप की कंपनियों टाटा स्टील और टाइटन में वाइस-चेयरमैन के पद पर तैनात हैं. उन्होंने 2000 की शुरुआत में टाटा ग्रुप में काम करना शुरू किया था. इस साल की शुरुआत में नोएल टाटा के तीन बच्चों - लिआ, माया और नेविल - को सर रतन टाटा ट्रस्ट और सर दोराबजी टाटा ट्रस्ट से जुड़े कई ट्रस्टों में ट्रस्टी के रूप में नियुक्त किया गया था. लिआ वर्तमान में द इंडियन होटल्स में उपाध्यक्ष हैं जबकि माया टाटा कैपिटल से जुड़ी हैं. नेविल ट्रेंट और स्टार बाजार की लीडरशीप टीम में शामिल हैं.

14 टाटा ट्रस्टों का प्रबंधन करता है टाटा ट्रस्ट

टाटा ट्रस्ट एक प्रमुख निकाय है जो सभी 14 टाटा ट्रस्टों के कार्यों का प्रबंधन करता है. टाटा ट्रस्ट के पास टाटा संस की 65.3 प्रतिशत हिस्सेदारी है और यह भारत के सबसे बड़े कारोबारी समूह को मार्गदर्शन देने का काम करता है. टाटा संस का स्वामित्व बड़े पैमाने पर टाटा ट्रस्ट के तहत आने वाले दो प्रमुख ट्रस्टों- सर दोराबजी टाटा ट्रस्ट और सर रतन टाटा ट्रस्ट के पास है, जिनके पास कुल मिलाकर टाटा संस में 50 प्रतिशत से अधिक हिस्सेदारी हैं.  

बीमार चल रहे थे रतन टाटा, ब्रीच कैंडी अस्पताल में ली अंतिम सांस

86 वर्षीय रतन टाटा पिछले कुछ समय से बीमार चल रहे थे. उन्हें सोमवार को अस्पताल में भर्ती कराया गया था और बुधवार को उनकी हालत काफी बिगड़ गई थी. बुधवार देर रात उन्होंने ब्रीच कैंडी अस्पताल में अंतिम सांस ली. गुरुवार को मुंबई के वर्ली श्मशान घाट पर रतन टाटा का राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस, गुजरात के सीएम भूपेंद्र पटेल ने दिग्गज उद्योगपति रतन टाटा को वर्ली श्मशान घाट पर श्रद्धांजलि दी.