Intellect ने लॉन्च किया iGPX, कंपनी का दावा- पब्लिक प्रोक्यूरमेंट में होगा बड़ा ट्रांसफॉर्मेशन
iGPX सार्वजनिक खरीद में इनोवेशन और विशेषज्ञता उपलब्ध कराता है. यह दुनियाभर में सरकारों और सार्वजनिक संस्थानों को ग्लोबल स्तर पर टिकाऊ, समावेशी और किफायती खरीद का ऑप्शन उपलब्ध कराएगा.
(Representational Image)
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बैंकिंग और इंश्योरेंस सेक्टर के लिए मल्टी प्रोडक्ट फिनटेक कंपनी इंटलेक्ट डिजाइन एरिना (Intellect Design Arena) ने ओपन API-बेस्ड सरकारी खरीद प्लेटफॉर्म iGPX (Government Procurement eXchange) लॉन्च किया है. iGPX ज्यादा पारदर्शी, ज्यादा समावेशी, सरल कम्प्लायंस और दुनियाभर में आसानी से इस्तेमाल करने लायक होगा. इस प्रोडक्ट का फोकस पब्लिक वेलफेयर पर है. इसके अलावा इसका मकसद व्यापक प्रोडक्ट और सर्विसेज के जरिए बेस्ट प्राइस उपलब्ध कराना है.
इंटलेक्ट के मुताबिक, इस प्रोडक्ट में 100 से ज्यादा प्रोक्यूरमेंट वेरिएशंस है. इसके जरिए प्रोक्यूरमेंट साइकिल टाइम 95 फीसदी तक कम हो सकता है. वर्ल्ड बैंक के आंकड़ों के मुताबिक, गुड्स, सर्विसेज और पब्लिक वर्क्स के लिए सरकार का सालाना खर्च 13 लाख करोड़ डॉलर का है. बता दें, iGPX सार्वजनिक खरीद में इनोवेशन और विशेषज्ञता उपलब्ध कराता है. यह दुनियाभर में सरकारों और सार्वजनिक संस्थानों को ग्लोबल स्तर पर टिकाऊ, समावेशी और किफायती खरीद का ऑप्शन उपलब्ध कराएगा.
मार्केट में यूनिक प्रोडक्ट
iDTC के CEO देबांजन कुमार का कहना है, iGPX सरकारी सेक्टर की खरीद में बड़ा ट्रांसफॉर्मेशन होगा. iGPX को लेकर हमारा मानना है कि यह मार्केट में यूनिक प्रोडक्ट है. दुनिया में 190 देश हैं. भारत सरकार के GeM जैसे मार्केटप्लेस दुनिया के सिर्फ 4-5 देशों में ही है. इसलिए अवसर ज्यादा है. iGPX प्रोडक्ट आज ही लॉन्च हुआ है. इसको लेकर भारत और भारत के बाहर बातचीत चल रही है. यह शुरुआती दौर में है. दो महीने बाद क्लांट्स को लेकर कुछ डीटेल देने की स्थिति में होंगे.
गवर्नमेंट सेगमेंट में अभी कॉम्पिटिशन नहीं
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उनका कहना है, गवर्नमेंट सेगमेंट में इस प्रोडक्ट को लेकर अभी कोई कॉम्पिटिशन नहीं है. हालांकि, कॉरपोरेट्स में इस तरह के पोडक्ट्स हैं. सरकार में इस तरह के प्रोडक्ट रोज नहीं आते हैं, इसलिए ऐसे प्रोडक्ट के लिए आपको 10-12 देशों को चिन्हित करना होगा और उसके साथ काम करना होगा. सरकार में सेल साइकिल लंबा होता है और हम इसके लिए तैयार हैं. इस प्रोडक्ट में मार्जिन्स को लेकर उनका कहना है कि अभी हम साइलेंट पीरियड में है. इसलिए इसे अभी क्वांटीफाई नहीं किया जा सकता. हालांकि प्रोडक्ट बिजनेस में मार्जिन्स अच्छे होते हैं.
04:15 PM IST