सूचना प्रौद्योगिकी (IT) क्षेत्र की दूसरी सबसे बड़ी घरेलू कंपनी इन्फोसिस (Infosys) के दिसंबर क्‍वार्टर के रिजल्‍ट आ गए हैं. कंपनी का कंसोलिडेटेड शुद्ध लाभ (Consolidated Net Profit) दिसंबर तिमाही में 23.7 प्रतिशत बढ़कर 4,466 करोड़ रुपये पर पहुंच गया. कंपनी ने BSE को भेजी जानकारी में कहा कि पिछले कारोबारी साल की इसी तिमाही में उसे 3,610 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ हुआ था. 

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कंपनी ने कहा कि इस दौरान उसका राजस्व (Revenue) 7.9 प्रतिशत बढ़कर 23,092 करोड़ रुपये पर पहुंच गया. कंपनी ने स्थिर मुद्रा मूल्य के आधार पर 2019-20 के लिये राजस्व बढ़ोतरी का अनुमान पहले के 9-10 प्रतिशत से बढ़ाकर 10-10.5 प्रतिशत कर दिया. 

कंपनी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) और MD सलिल पारेख ने कहा कि तीसरी तिमाही के नतीजे बताते हैं कि हम अपने ग्राहकों के साथ अपनी यात्रा को मजबूती से जारी रखे हुए हैं और उनके साथ गहरे से जुड़ रहे हैं. वे डिजिटल बदलाव के अगले युग में प्रवेश के लिये हमारे साथ जुड़े हैं.

पारेख ने कहा कि इससे साल भर पहले की तुलना में ग्रोथ रेट 10 प्रतिशत से अधिक हो गई है, जिससे ऑपरेशनल प्रॉफिट बढ़ने के साथ ही राजस्व भी बढ़ा है. इंफोसिस के मुख्य परिचालन अधिकारी प्रवीण राव ने कहा कि इस साल बड़े सौदों में 56 प्रतिशत की शानदार बढ़ोतरी हुई है. 

उन्होंने कहा कि कर्मचारियों के छोड़ जाने की दर में और गिरावट आयी है, इससे कर्मचारियों के साथ हमारे जुड़ाव को मजबूत करने के प्रयासों का पता चलता है. डॉलर में दिसंबर तिमाही में कंपनी का शुद्ध लाभ 24.8 प्रतिशत बढ़कर 62.7 करोड़ डॉलर और राजस्व 8.6 प्रतिशत बढ़कर 3.24 अरब डॉलर पर पहुंच गया. इस दौरान कर्मचारियों की संख्या में 6,968 लोगों की बढ़ोतरी हुई और कुल कर्मचारियों की संख्या 2,43,454 पर पहुंच गई.

कर्मचारियों के नौकरी छोड़ने की दर कम होकर 19.6 प्रतिशत पर आ गई. कंपनी ने एक अलग बयान में बताया कि निदेशक मंडल की ऑडिट समिति ने व्हिसलब्लोअर के आरोपों की स्वतंत्र जांच पूरी कर ली है. जांच में वित्तीय अनियमितता या कार्यकारियों द्वारा गलत बर्ताव के कोई सबूत नहीं मिले हैं.