इंफोसिस ने 2019 में शेयरधारकों को दिया 36% रिटर्न, डिविडेंट देने में भी रही अव्वल
दुनिया की प्रमुख प्रौद्योगिकी कंपनी इंफोसिस ने शनिवार को कहा कि उसने वर्ष 2018-19 में शेयरधारकों को 36% रिटर्न दिया है.
दुनिया की प्रमुख प्रौद्योगिकी कंपनी इंफोसिस ने शनिवार को कहा कि उसने वर्ष 2018-19 में शेयरधारकों को 36% रिटर्न दिया है. इंफोसिस के सह-संस्थापक व अध्यक्ष नंदन नीलेकणि ने कंपनी की 38वीं सालाना आम बैठक में कहा, "हमने वित्त वर्ष 2019 में कुल 36% शेयरधारक प्रतिफल हासिल किया. इसके अलावा 5 रुपये अंकित मूल्य के प्रत्येक शेयर पर 10.50 रुपये फाइनल डिविडेंड के साथ ब्लूचिप कंपनी ने अपने निवेशकों को को प्रति शेयर कुल 21.50 रुपये (430%) का डिविडेंड दिया, जिसमें अंतरिम डिविडेंड 7 रुपये प्रति शेयर (140%) और स्पेशल डिविडेंड 4 रुपये प्रति शेयर (80%) शामिल है."
शेयरधारकों को संबोधित करते हुए नीलेकणि ने कहा कि पूंजी आवंटन नीति के तहत कंपनी ने निवेशकों को वित्त वर्ष 2019 में कुल 13,000 करोड़ रुपये का रिटर्न दिया. उन्होंने कहा, "कंपनी ने जून 2018 और जनवरी 2019 में निवेशकों को 4,740 करोड़ रुपये के रूप में दो स्पेशल डिविडेंड दिए." कंपनी ने 1993 में भारतीय शेयर बाजार में सूचीबद्ध होने के अपने 25 साल पूरे होने पर 1:1 बोनस शेयर भी जारी किया. इंफोसिस ने वित्त वर्ष 2019 में 15,404 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ अर्जित किया और कंपनी का कुल राजस्व 82,675 करोड़ रुपये रहा.
नीलेकणि ने कहा कि कंपनी पूरी तरह से वृद्धि की अपनी रणनीति पर बढ़ रही है और उन्हें पूरी उम्मीद है कि चीजें सही दिशा में आगे बढ़ेंगी. उन्होंने कहा, ‘‘सही मायनों में स्थिरता का सवाल नहीं है. मैं उससे आगे की सोच रहा हूं, कंपनी पूरी तरह से सही रास्ते पर है. सलिल पारेख, कंपनी के सीईओ और प्रबंध निदेशक आ गये हैं और बड़ी रणनीति पर काम कर रहे हैं.’’ कंपनी में स्थिरता के सवाल पर उन्होंने कहा, ‘‘आप इसे आंकड़ों में देख सकते हैं. कंपनी बहुत अच्छी तरह बढ़ रही है, लोग बेहद प्रेरित हैं.’’
नीलेकणि को इन्फोसिस में अगस्त 2017 में लाया गया था. कंपनी के सस्थापकों और तत्कालीन प्रबंधन के बीच खींचतान के बीच उन्हें कंपनी में लाया गया. उस समय आर शेषासयी कंपनी के चेयरमैन और विशाल सिक्का सीईओ और प्रबंध निदेशक थे. कंपनी की शनिवार को 38वीं वार्षिक आम बैठक हुई जिसमें देश के विभिन्न हिस्सों से कई शेयरधारकों ने भाग लिया.