हुंडई मोटर इंडिया (Hyundai Motor India Ltd.) ने महाराष्ट्र में जनरल मोटर्स इंडिया के तालेगांव प्लांट में पहचानी गई संपत्तियों का अधिग्रहण और असाइनमेंट पूरा कर लिया है. कंपनी का कहना है कि कुछ शर्तों को पूरा करने और संबंधित सरकारी अधिकारियों और संबंधित स्टेकहोल्डर से रेगुलेटरी अप्रूवल मिलने के बाद अधिग्रहण पूरा हो गया है. प्रतिबद्धता के तहत, हुंडई मोटर इंडिया महाराष्ट्र में 6,000 करोड़ रुपये का निवेश करेगी. 

6,000 करोड़ रुपये का निवेश

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हुंडई और महाराष्ट्र सरकार ने 18 जनवरी, 2024 को दावोस में एक समझौता ज्ञापन(MOU) पर हस्ताक्षर किए, जिसमें ऑटोमेकर ने राज्य में 6,000 करोड़ रुपये का निवेश करने की प्रतिबद्धता जताई. 

कंपनी की योजना

वर्तमान में, तालेगांव संयंत्र की मौजूदा वार्षिक उत्पादन क्षमता 130,000 इकाइयों की है. हुंडई मोटर इंडिया बाजार में अपने रणनीतिक लक्ष्य को हासिल करने के लिए वार्षिक उत्पादन क्षमता का विस्तार करने की योजना बना रही है. इसका इरादा तालेगांव संयंत्र में मौजूदा बुनियादी ढांचे और विनिर्माण उपकरणों को उन्नत करने के उद्देश्य से चरणबद्ध निवेश करने का है. इन निवेशों का उद्देश्य प्लांट को हुंडई ग्लोबल ऑपरेटिंग और मैन्युफैक्चरिंग मानकों तक लाना है, जिससे ऑटोमोबाइल के उत्पादन को सुनिश्चित किया जा सके जो विनिर्माण उत्कृष्टता का उदाहरण है.

मेक इन इंडिया को बढ़ावा

हुंडई मोटर इंडिया के एमडी और सीईओ अन सू किम ने कहा कि भारत हुंडई मोटर कंपनी के लिए एक बहुत ही महत्वपूर्ण बाजार है, और हम भारतीय ग्राहकों को बेंचमार्क बनाने वाले उत्पाद और तकनीक प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध हैं. जैसा कि हम हुंडई मोटर इंडिया के लिए अगले दशक की प्रगति की आशा करते हैं, हमारे लिए भारत में अपनी विनिर्माण क्षमता को बढ़ाना महत्वपूर्ण है. 

2025 से शुरू होगा काम

तालेगांव विनिर्माण संयंत्र HMIL की 1 मिलियन वार्षिक उत्पादन क्षमता की उपलब्धि हासिल करने में उत्प्रेरक की भूमिका निभाएगा. तालेगांव प्लांट का अधिग्रहण भारत को दुनिया के लिए उन्नत स्मार्ट मोबिलिटी समाधान, मेक-इन-इंडिया का केंद्र बनाकर 'आत्मनिर्भर भारत' (आत्मनिर्भर भारत) के प्रति हमारी प्रतिबद्धता को मजबूत करता है. हमारा विनिर्माण परिचालन वर्ष 2025 में महाराष्ट्र के तालेगांव में शुरू होने वाला है.