महाराष्ट्र में नहीं मिलेंगे HUL के प्रोडक्ट्स? डिस्ट्रीब्यूटर्स कर रहे Boycott, जानिए क्या है पूरा मामला
HUL Products Boycott in Maharashtra: महाराष्ट्र में डिस्ट्रीब्यूटर्स इस कंपनी के कुछ प्रोडक्ट्स का बायकॉट करने की प्लानिंग कर रहे हैं. डिस्ट्रीब्यूटर्स ने कहा है कि वो महाराष्ट्र में HUL के कुछ प्रोडक्ट्स का बायकॉट करेंगे.
HUL Products Boycott in Maharashtra: देश की दिग्गज FMCG कंपनी एचयूएल को लेकर बड़ी खबर सामने आ रही है. HUL यानी हिंदुस्तान यूनिलीवर लिमिटेड को एक राज्य में भारी संकट का सामना करना पड़ सकता है. महाराष्ट्र में डिस्ट्रीब्यूटर्स इस कंपनी के कुछ प्रोडक्ट्स का बायकॉट करने की प्लानिंग कर रहे हैं. डिस्ट्रीब्यूटर्स ने कहा है कि वो महाराष्ट्र में HUL के कुछ प्रोडक्ट्स का बायकॉट करेंगे. डिस्ट्रीब्यूटर्स का कहना है कि वो पहले HUL ब्रांड के चाय प्रोडक्ट ताज महल चाय से बायकॉट करने की शुरुआत करेंगे. इसके बाद अगर कंपनी नहीं मानती हैं तो दूसरे प्रोडक्ट्स का भी बायकॉट करेंगे.
डिस्ट्रीब्यूटर्स क्यों कर रहे हैं बायकॉट?
मार्जिन में बदलाव करने के कारण डिस्ट्रीब्यूटर्स कंपनी के प्रोडक्ट्स को बायकॉट करने का प्लान बना रहे हैं. डिस्ट्रीब्यूटर्स का कहना है कि बायकॉट की शुरुआत सबसे पहले ताज महल चाय से होगी. बता दें कि कंपनी ने अक्टूबर में फिक्स्ड मार्जिन का 60 बेसिस प्वाइंट्स की कटौती ती थी.
इसके अलावा वेरिएबल मार्जिन में 130 बेसिस प्वाइंट्स की बढ़ोतरी कै ऐलान किया गया था. डिस्ट्रीब्यूटर्स कंपनी के पुराने मार्जिन स्ट्रक्चर की मांग कर रहे हैं. उनकी मांग है कि 5% बेसिक मार्जिन की है. बता दें कि डिस्ट्रीब्यूटर्स फेडरेशन AICPDF (All India consumer product distributors federation) ने नई मार्जिन स्ट्रक्चर पर चिंता जताई है.
दूसरे प्रोडक्ट्स का भी करेंगे बायकॉट
डिस्ट्रीब्यूटर्स का कहना है कि अगर कंपनी ने उनकी मांग पर ध्यान नहीं दिया तो आगे चलकर फूड ब्रांड किसान और डिटर्जेंट रिन को भी बायकॉट करेंगे. बता दें कि कंपनी का डिस्ट्रीब्यूशन अट्रिशन रेट लगभग 4-6 % है, जो इंडस्ट्री एवरेज की तुलना में लगभग आधा है. डिस्ट्रीब्यूटर्स चाहते हैं कि कंपनी उनकी बात सुने और पुराने मार्जिन स्ट्रक्चर को बहाल करे. बता दें कि लक्ष्य पूरा करने पर ही डिस्ट्रीब्यूटर को 100% इंसेंटिव मिलता है.
यहां देखें कंपनी का डिस्ट्रीब्यूटर्स और वेरिएबल मार्जिन
साल डिस्ट्रीब्यूटर्स मार्जिन
2015 से पहले 4.76%
2015 के बाद 3.90%
अब 3.30%
साल वेरिएबल मार्जिन
OCT 23 से पहले 0.70% –1.3%
OCT 23 के बाद 2%