दुनियाभर में मंदी की आशंका से चिंताएं बनी हुई हैं. इसका सबसे ज्यादा असर टेक्नोलॉजी कंपनियों पर पड़ रहा है. क्योंकि डिमांड घटने का सीधा असर कंपनियों की आय पर पड़ रहा है. नतीजतन, टेक कंपनियां कॉस्ट घटाने के लिए कर्मचारियों की छंटनी समेत कई अन्य सख्त कदम उठा रही हैं. इन टेक कंपनियों में ट्विटर, फेसबुक, अमेजन के बाद अब लैपटॉप और प्रिंटर बनाने वाली कंपनी HP का नाम भी जुड़ गया है. कंपनी अगले साल तक करीब 10 फीसदी कर्मचारियों की छंटनी करने की योजना बना रही है. 

HP क्यों कर रही छंटनी?

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एक्सचेंज फाइलिंग में दी जानकारी में कंपनी ने कहा कि सितंबर तिमाही में कंपनी की आय में 11 फीसदी से ज्यादा की गिरावट दर्ज की गई. तीसरी तिमाही में कंपनी की आय 14.8 अरब डॉलर रही. आय में गिरावट की बड़ी वजह पर्सनल कंप्यूटर की मांग में आई गिरावट रही. हालांकि, इसी सेक्टर की अन्य कंपनी डेल (DELL) को भी तीसरी तिमाही में आय 6 फीसदी घटी. इसके अलावा लैपटॉप और डेस्कटॉप की बिक्री में 17 फीसदी तक की गिरावट दर्ज की गई.

HP को छंटनी से कितना होगा फायदा?

आंकड़ों के मुताबिक पर्सनल कंप्यूटर (PC) की डिमांड अक्टूबर में कमजोर रही. डिमांड में आई गिरावट की रफ्तार दो दशक में सबसे ज्यादा रही. सितंबर तिमाही तक HP के कुल कर्मचारियों की संख्या 61 हजार रही. कंपनी की योजना के मुताबिक 10 फीसदी क्रॉस कट होता है, तो करीब 4-6 हजार कर्मचारियों की छंटनी हो सकती है. अब लागत घटाने की प्रक्रिया में अगर छंटनी समेत अन्य एक्शन होता है, तो इससे एक से डेढ़ अरब डॉलर की बचत हो सकती है. कंपनी ने बताया कि कोरोना के बाद पर्सनल कंप्युटर मार्केट में सुस्ती है.

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टेक कंपनियां कर रही भारी छंटनी

मंदी के असर के चलते गूगल ने 10 हजार कर्मचारियों की छंटनी करने का ऐलान किया है. इस कड़ी में मेटा (META), अमेजन (AMAZON) का भी नाम शामिल है. इससे पहले दुनिया के सबसे अमीर कारोबारी एनल मस्क ने ट्विटर के अधिग्रहण के बाद भारी संख्या में छंटनी की थी.