अनिल अग्रवाल को लगा झटका, Hindustan Zinc का नहीं होगा डीमर्जर; सरकार ने प्रस्ताव किया खारिज
अनिल अग्रवाल के लिए यह बड़ा झटका है. सरकार ने Hindustan Zinc के डीमर्जर प्रस्ताव को खारिज कर दिया है. वेदांता ग्रुप वैल्यु अनलॉकिंग के लिए डीमर्जर करना चाहता था.
हिंदुस्तान जिंक को लेकर बड़ी खबर आ रही है. खान सचिव वी एल कांता राव ने कहा कि फिलहाल डीमर्जर के प्रस्ताव को खारिज कर दिया गया है. सरकार इस कंपनी में माइनोरिटी शेयर होल्डर है और उसके पास 29.54 प्रतिशत हिस्सेदारी है. जी बिजनेस से बात करते हुए खनन सचिव वी एल के राव ने कहा कि कंपनी की तरफ से डीटेल रिपोर्ट शेयर की गई थी. कई अहम मुद्दों पर हमारी आम सहमति नहीं है. Hindustan Zinc का शेयर इस हफ्ते 296 रुपए पर बंद हुआ. यह शेयर अपने 52 वीक लो पर है.
वैल्यु अनलॉकिंग के लिए डीमर्जर
हिंदुस्तान जिंक ने पहले अपने बाजार पूंजीकरण को बढ़ाने के लिए जस्ता और चांदी के कारोबार को अलग-अलग इकाइयों में विभाजित करने की योजना की घोषणा की थी. प्रस्ताव खारिज करने का कारण पूछने पर सचिव ने कहा, “हमारे सामने जो भी बात रखी गई है उससे हम एक शेयरधारक के तौर पर आश्वस्त नहीं हैं.” हिंदुस्तान जिंक ने पहले कहा था कि उसने कारोबार को विभाजित करने की अपनी योजनाओं का अध्ययन करने के लिए एक प्रमुख सलाहकार फर्म को नियुक्त किया है.
वेदांता के पास करीब 65% हिस्सेदारी
पिछले साल यह रिपोर्ट आई थी कि वैल्यु अनलॉकिंग के लिए हिंदुस्तान जिंक डी-मर्जर का फैसला ले सकती है. इस कंपनी में अनिल अग्रवाल की कंपनी वेदांता के पास करीब 65 फीसदी हिस्सेदारी है. सरकार के पास करीब 30 फीसदी हिस्सेदारी है. इससे पहले वेदांता ने जिंक इंटरनेशनल बिजनेस को हिंदुस्तान जिंक को करीब 3 बिलियन डॉलर में बेचने का फैसला किया जिसे सरकार ने रोक दिया था.
Hindustan Zinc Share Price
हिंदुस्तान जिंक का शेयर शुक्रवार को 296 रुपए पर बंद हुआ. 52 वीक का हाई 344 रुपए का है जो इसने 7 जुलाई 2023 को बनाया था. 15 मार्च 2024 को कंपनी ने 285 रुपए का 52 वीक लो बनाया था. वेदांता लिमिटेड का शेयर 271 रुपए पर बंद हुआ. इसके लिए 52 वीक हाई 301 रुपए और लो 207 रुपए है.