राष्ट्रीय कंपनी कानून न्यायाधिकरण (National Company Law Tribunal) ने आवासीय वित्त कंपनी एचडीएफसी लिमिटेड के एचडीएफसी बैंक में मर्जर (HDFC-HDFC Bank Merger) के प्रस्ताव को मंजूरी देने के लिए शेयरहोल्डर्स की बैठक बुलाने की अनुमति दे दी है. एचडीएफसी लिमिटेड ने शेयर बाजारों को इसकी जानकारी देते हुए कहा है कि विलय प्रस्ताव पर मंजूरी लेने के लिए 25 नवंबर को शेयरहोल्डर्स की मीटिंग बुलाई गई है.

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इसके अलावा एचडीएफसी लिमिटेड को  भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (Securities and Exchange Board of India- SEBI) से पूर्ण-स्वामित्व वाली अनुषंगी इकाई एचडीएफसी प्रॉपर्टी वेंचर्स लिमिटेड (एचपीवीएल) का एचडीएफसी बैंक को ट्रांसफर करने की भी मंजूरी मिल गई है.

सबसे बड़ा विलय, ICICI बैंक से दोगुना हो जाएगा HDFC बैंक का साइज

भारतीय कंपनी जगत के इस सबसे बड़े विलय प्रस्ताव के तहत एचडीएफसी लिमिटेड का एचडीएफसी बैंक में विलय किए जाने की योजना है. इस सौदे का मूल्य करीब 40 अरब डॉलर रहने का अनुमान है.

इस विलय सौदे को इसके पहले स्टॉक एक्सचेंज, भारतीय रिजर्व बैंक, सेबी, पेंशन कोष नियमन एवं विकास प्राधिकरण और भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग की भी सैद्धांतिक मंजूरी मिल चुकी है.

विलय के बाद बनने वाली नई इकाई के पास सम्मिलित रूप से करीब 18 लाख करोड़ रुपये की परिसंपत्तियां होंगी. अगले वित्त वर्ष की दूसरी या तीसरी तिमाही तक इस सौदे के पूरा होने की संभावना है. विलय के बाद एचडीएफसी बैंक का आकार ICICI बैंक का दोगुना हो जाएगा.