Hindustan Zinc: हिंदुस्तान जिंक को लेकर बड़ी खबर सामने आई है. वित्त मंत्रालय के सूत्रों के मुताबिक सरकार हिंदुस्तान जिंक (Hindustan Zinc) में अपना हिस्सा बेच सकती है. सूत्रों की माने तो सरकार हिंदुस्तान जिंक में अपना 29 फीसदी हिस्सा बेच सकती है और ये डील ओएफएस यानी कि ऑफर फॉर सेल के जरिए होगा. यानी कि सरकार OFS प्रक्रिया के माध्यम से हिंदुस्तान जिंक में 29 फीसदी हिस्सा बेच सकती है.

कैबिनेट से मिली थी विनिवेश की मंजूरी

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बता दें कि पिछले महीने यानी कि 25 मई को केंद्रीय कैबिनेट ने हिंदुस्तान जिंक (Hindustan Zinc) में विनिवेश को मंजूरी दे दी थी. सूत्रों के मुताबिक सरकार Hindustan Zinc में अपनी हिस्सेदारी को बेचने जा रही है. इसके लिए मंत्रिमंडल की भी मंजूरी प्राप्त हो चुकी है. वर्तमान में सरकार के पास हिंदुस्तान जिंक में 29.5 फीसदी की हिस्सेदारी है. ऐसा माना जा रहा है कि सरकार को इस विनिवेश से 36,000 करोड़ रुपये मिलने की उम्मीद है.

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क्या होता है ऑफर फॉर सेल?

किसी भी कंपनी के प्रोमोटर्स एक तो आईपीओ के जरिए अपनी हिस्सेदारी बेचते हैं और दूसरा OFS के जरिए भी अपना स्टेक कम कर सकते है. OFS यानी कि ऑफर फॉर सेल. इसके जरिए प्रोमोटर्स पारदर्शिता के साथ अपनी हिस्से के शेयर बेचते हैं और पब्लिक होल्डिंग्स बढ़ाते हैं. 

OFS सिर्फ बाजार में लिस्टेड कंपनियां ही लाती हैं. हालांकि कई बार कंपनी के प्रोमोटर्स आईपीओ के वक्त भी अपनी हिस्सेदारी बेच सकते हैं. OFS के जरिए कंपनी कोई नई पूंजी नहीं जुटाती बल्कि प्रोमोटर्स अपने हिस्से के शेयर एक्सचेंज करते हैं और प्रोमोटर्स के हिस्से में ही पैसा आता है.