Google को अमेरिका में लोकेशन ट्रैकिंग केस में बड़ा झटका लगा है. अमेरिका के 40 राज्यों के साथ उसने इस केस को निपटारे के लिए एक समझौता किया है. मिशिगन अटॉर्नी जनरल डाना नेसेल के कार्यालय के मुताबिक, अमेरिका के 40 राज्यों ने लोकेशन ट्रैकिंग प्रैक्टिस को लेकर उपभोक्ताओं को गुमराह करने के मामले में Google पर लगे जुर्माने के निपटारे के लिए समझौता किया है. इस समझौते के तहत गूगल करीब 32 अरब रुपये (400 मिलियन अमरीकी डॉलर) का हर्जाना इन 40 राज्यों को देगा.

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यूजर्स के डेटा से ही होती है कमाई नेसेल ने कहा कि Google अपने राजस्व का अधिकांश हिस्सा उन लोगों के व्यक्तिगत डेटा का उपयोग करके कमाता है, जो इसके ब्राउजर में कुछ खोजते हैं. इस रिपोर्ट में यह भी कहा गया कि पिछले कुछ सालों से Google, Amazon, और अन्य अमेरिकी टेक दिग्गजों को विश्व स्तर पर कई देशों में सख्त नियमों का सामना करना पड़ा है. उनमें से कुछ को गोपनीयता के उल्लंघन पर भारी जुर्माना लगाया गया है.

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गूगल ने चुपके से चुराया डेटा अटॉर्नी जनरल के समूह ने 2018 की एक रिपोर्ट के बाद Google में एक जांच शुरू की, जिसमें खुलासा हुआ कि कंपनी ने उपयोगकर्ताओं के स्थानों को ट्रैक करना जारी रखा, भले ही उन्होंने सुविधा को बंद करने का ऑप्शन ही क्यों न चुना हो. जांच में पाया गया कि Google ने कम से कम 2014 से उपभोक्ताओं को उनके स्थान ट्रैकिंग प्रथाओं के बारे में गुमराह करके राज्य उपभोक्ता संरक्षण कानूनों का उल्लंघन किया था.