ऑप्टिकल फाइबर केबल बनाने वाली कंपनी को मिली बड़ी राहत, मंगलवार को स्टॉक में दिखेगा एक्शन, 6 महीने में 74% रिटर्न
Telecom Stocks: भारत की एकमात्र ऑप्टिकल फाइबर केबल मैन्युफैक्चरर कंपनी को यूरोपीय आयोग (EU) ने डंपिंग रोधी शुल्क (Anti-Dumping Duty) से छूट दी है.
HFCL Share Price: टेलीकॉम-इंफ्रास्ट्रक्चर कंपनी एचएफएलसी (HFCL) के लिए बड़ी खबर है. भारत की एकमात्र ऑप्टिकल फाइबर केबल मैन्युफैक्चरर HFCL को यूरोपीय आयोग (EU) ने डंपिंग रोधी शुल्क (Anti-Dumping Duty) से छूट दी है. यूरोपीय आयोग के 14 जून, 2024 के फैसले का उल्लेख करते हुए एचएफसीएल ने कहा, इस फैसले में यह तय किया गया है कि एचएफसीएल एकमात्र भारतीय कंपनी है, जो यूरोपीय बाजारों में ऑप्टिकल फाइबर केबल (OFC) की डंपिंग में शामिल नहीं है. कंपनी ने कहा कि यूरोपीय आयोग ने अन्य सभी भारतीय ओएफसी विनिर्माताओं पर डंपिंग-रोधी शुल्क लगाया है.
क्या है मामला?
एचएफसीएल (HFCL) ने बयान में कहा कि यूरोपेकेबल ने 3 अक्टूबर, 2023 को एक शिकायत दर्ज कराई थी, जिसमें आरोप लगाया गया था कि भारत से आयातित ओएफसी को डंप किया जा रहा है और इससे यूरोपीय उद्योग को नुकसान हो रहा है. इसके बाद यूरोपीय आयोग ने सभी प्रासंगिक भारतीय ओएफसी निर्माताओं के उत्पादों, इंफ्रास्ट्रक्चर और वित्तीय आंकड़ों की जांच की.
इन दो कंपनियों को मिली राहत
कंपनी ने कहा, पूरी जांच के बाद, यूरोपीय आयोग ने जून, 2024 में फैसला सुनाया कि एचएफसीएल समूह के भारतीय निर्यात उत्पाद पर डंपिंग-रोधी शुल्क लागू नहीं होंगे, जिसमें एचएफसीएल लिमिटेड और एचटीएल लिमिटेड शामिल हैं. इनके खिलाफ डंपिंग का कोई सबूत नहीं मिला.
HFCL एक दशक से अधिक समय से यूरोप में काम कर रही है और यूरोप के कई देशों में अग्रणी टेलीकॉम कंपनियों के साथ इसका जुड़ाव है. HFCL के मैनेजिंग डायरेक्टर महेंद्र नाहटा ने कहा, यह फैसला हमारे लिए एक बड़ी उपलब्धि है और यह हमारे निष्पक्ष व्यापार प्रथाओं और प्रक्रियाओं की पारदर्शिता को दर्शाता है. इससे वैश्विक स्तर पर हमारे ऊपर भरोसे के बारे में भी पता चलता है.
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HFCL Share Performance
टेलीकॉम स्टॉक की परफॉर्मेंस को देखें को तो एक हफ्ते में 21 फीसदी, 3 महीने में 29 फीसदी, साल 2024 में 40 फीसदी और 6 महीने में 74 फीसदी उछला है. एक साल में शेयर ने शेयरधारकों को करीब 70 फीसदी और 2 साल में 96 फीसदी जबकि 3 साल में 140 फीसदी का रिटर्न दिया है.