मिस्वाक और नीम की दातून बनी अमेरिका में ऑर्गेनिक टूथब्रश, कीमत जानकर रह जाएंगे हैरान
मिस्वाक की एक छोटी सी टहनी जो यहां आमतौर पर महानगरों में 5-7 रुपये में मिल जाती है, वही टुकड़ा अमेरिका में लगभग 500 रुपये में बिक रहा है.
अमेरिका में एक ई-कॉमर्स कंपनी 'ऑर्गेनिक टूथब्रश डॉट कॉम' मिस्वाक और नीम की दातून को आकर्षक पैकिंग में बेच रही है. (फोटो-OrganicToothbrush.com)
अमेरिका में एक ई-कॉमर्स कंपनी 'ऑर्गेनिक टूथब्रश डॉट कॉम' मिस्वाक और नीम की दातून को आकर्षक पैकिंग में बेच रही है. (फोटो-OrganicToothbrush.com)
सदियों से हम दांतों की सफाई के लिए नीम, कीकर या फिर मिस्वाक की दातून का इस्तेमाल करते आए हैं. समय बदलने के साथ तकनीक बदली और दातून की जगह टूथपेस्ट और टूथब्रश ने ले ली. लेकिन टूथपेस्ट और टूथब्रश ईजाद करने वाले देश अब दातून युग में वापस लौट रहे हैं, लेकिन नए कलेवर के साथ.
पेड़-पौधों से सहज और मुफ्त मिलने वाली जिस दातून को हम आज बेकार और पुराने जमाने की चीज समझ कर अपने जीवन से बाहर कर चुके हैं, बड़ी कंपनियां आज उसी दातून को शानदार पैकिंग में महंगे दामों पर बेच रही हैं. और लोग भी बड़े शौक से उन्हें खरीद रहे हैं.
अमेरिका में एक ई-कॉमर्स कंपनी 'ऑर्गेनिक टूथब्रश डॉट कॉम' मिस्वाक और नीम की दातून को आकर्षक पैकिंग में बेच रही है. दो दातून की कीमत 14.99 डॉलर रखी गई है, यानी 1050 रुपये. मिस्वाक की एक छोटी सी टहनी जो यहां आमतौर पर महानगरों में 5-7 रुपये में मिल जाती है, वही टुकड़ा अमेरिका में लगभग 500 रुपये में बिक रहा है.
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'ऑर्गेनिक टूथब्रश डॉट कॉम' ने दातून का स्टार्टर पैक तैयार किया है. इस पैक में दो ऑर्गेनिक टूथब्रश (मिस्वाक की दातून), दातून को पकड़ने के लिए दो होल्डर और एक कटर दिया गया है. इस स्टार्टर पैक की कीमत 15.99 डॉलर रखी गई है.
खास बात ये है कि इस ऑर्गेनिक टूथब्रश को लंदन के बड़े-बड़े शॉपिंग मार्केट में बेचा जा रहा है. कई ऑनलाइन कंपनियां जैसे अलीबाबा डॉट कॉम भी मिस्वाक को बेच रही है.
क्या है मिस्वाक
मिस्वाक एक जंगली पेड़ होता है, इसे पीलू भी कहते हैं. अंग्रेजी में इसे सल्वादोरो (Salvadora) कहते हैं. इसकी टहनियों को दातून के रूप में इस्तेमाल किया जाता है. इसका प्रचलन मुस्लिम देशों में बहुत अधिक है. मिस्वाक की लकड़ी में नमक और खास क़िस्म का रेजिन पाया है जो दातों में चमक पैदा करता है.
मिस्वाक की दातून करने से इसकी एक तह दातों पर जम जाती है तो कीड़े आदि से दांतों की सुरक्षा करती है. मलेशिया में मिस्वाक को केयू सुगी (चबाने वाली छड़ी) के नाम से जाना जाता है. भारत के मुस्लिम बाहुल्य इलाकों में मिस्वाक को आसानी से बिकता हुआ देखा जा सकता है. खासकर रमजान के महीने में इसकी बिक्री बहुत बढ़ जाती है.
11:46 AM IST