मिशन 'मेक इन इंडिया' को एक और बूस्ट! AC, LED लाइट्स के लिए 6238 करोड़ की PLI स्कीम मंजूर, बनेंगे 4 लाख नौकरियों के मौके
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में 7 अप्रैल को हुई कैबिनेट की बैठक में इस प्रस्ताव को मंजूरी दी गई. सरकार का मानना है कि पीएलआई स्कीम से 4 लाख नई नौकरियों के अवसर पैदा होंगे.
सरकार का अनुमान है कि पीएलआई स्कीम का लाभ लेने वाले 13 सेक्टर अगले पांच साल में करीब 35 लाख करोड़ रुपये का अतिरिक्त उत्पादन कर सकेंगे. (PIB)
सरकार का अनुमान है कि पीएलआई स्कीम का लाभ लेने वाले 13 सेक्टर अगले पांच साल में करीब 35 लाख करोड़ रुपये का अतिरिक्त उत्पादन कर सकेंगे. (PIB)
मिशन मेक इन इंडिया (Make in India) को बूस्ट देते केंद्र सरकार ने एयर कंडीशनर (AC) और एलईडी लाइट्स (LED Lights) के लिए 6,238 करोड़ रुपये के प्रोडक्शन लिंक्ड इंसेंटिव (PLI Scheme) को मंजूरी दे दी है. पीएलआई योजना के तहत एसी और एलईडी लाइट्स की मैन्युफैक्चरिंग से जुड़ी कंपनियों को अगले 5 साल के दौरान भारत में बनने वाले सामानों की इंक्रीमेंटल सेल्स पर 4 फीसदी से 6 फीसदी की दर से इंसेंटिव मिलेगा. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) की अध्यक्षता में 7 अप्रैल को हुई कैबिनेट की बैठक में इस प्रस्ताव को मंजूरी दी गई. सरकार का मानना है कि पीएलआई स्कीम से 4 लाख नई नौकरियों के अवसर पैदा होंगे.
कैबिनेट के फैसले की जानकारी देते हुए कॉमर्स मिनिस्टर पीयूष गोयल ने बताया कि पीएलआई स्कीम का मकसद सेक्टर आधारित दिक्कतों को दूर कर भारत में मैन्युफैक्चरिंग को ग्लोबल स्तर पर प्रतिस्पर्धी बनाना है. इस योजना से ग्लोबल निवेश लाने, बड़े पैमाने पर नौकरियों के अवसर तैयार करने और निर्यात को बढ़ावा मिलने की उम्मीद है.
कैसे होगा कंपनियों का चयन?
- पीएलआई स्कीम के लिए कंपनियों का चयन कल-पुर्जों की मैन्युफैक्चरिंग या सब असेम्बलिंग को इंसेंटिव देने के आधार पर किया जाएगा, जिन उपकरणों का अभी भारत में पूरी क्षमता के साथ निर्माण नहीं किया जा रहा है. असेम्बलिंग के लिए इंसेंटिव नहीं दिया जाएगा.
- पहले से तय मानकों को पूरा करने वाली कंपनियां स्कीम का लाभ ले सकेंगी. ब्राउन फील्ड और ग्रीन फील्ड निवेश करने वाली कंपनियां भी स्कीम के योग्य मानी जाएंगी. सरकार ने यह भी साफ किया है कि भारत सरकार की किसी अन्य पीएलआई योजना का लाभ उठा रही कोई कंपनी समान प्रोडक्ट के लिए फायदा नहीं पाएगी.
- स्कीम पूरे देश में लागू की जाएगी. सरकार का कहना है कि एमएसएमई कंपनियों समेत देश और विदेश की कई कंपनियों को इस स्कीम से लाभ मिलने की उम्मीद है.
- इन कंपनियों को घरेलू बाजार में बिक्री के लिए अनिवार्य बीआईएस और बीईई मानकों व ग्लोबल मार्केट में लागू मानकों को पूरा करना होगा. इस स्कीम में रिसर्च, डेवलपमेंट और इनोवेशन में इन्वेस्टमेंट और टेक्नोलॉजी अपग्रेडेशन में मदद मिलेगी.
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5 साल में 7920 करोड़ का निवेश!
अनुमान के मुताबिक, पीएलआई स्कीम से अगले 5 वर्षों के दौरान 7,920 करोड़ रुपये का इंक्रीमेंटल निवेश, 1.68 लाख करोड़ रुपये का इंक्रीमेंटल प्रोडक्शन, 64,400 करोड़ रुपये मूल्य की वस्तुओं का निर्यात और 49,300 करोड़ रुपये का डायरेक्ट व इनडायरेक्ट रेवेन्यू हासिल होगा. इसके अलावा, रोजगार के 4 लाख डायरेक्ट, इनडायरेक्ट अवसर बनेंगे.
कॉमर्स मिनिस्टर गोयल का कहना है कि इस इस स्कीम से एसी सेगमेंट में वैल्यू एडिशन 25 फीसदी से बढ़कर 75 फीसदी और एलईडी लाइट्स में 40—45 फीसदी हो जाएगा. पीएलआई का लाभ लेने वाले 13 सेक्टर अगले पांच साल में करीब 35 लाख करोड़ रुपये का अतिरिक्त उत्पादन कर सकेंगे.
07:55 PM IST